Delhi Ordinance Bill: दिल्ली में अधिकारियों की ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर पेश किया गया दिल्ली सर्विस बिल संसद के दोनों सदनों में पास हो गया। सरकार की तरफ से पेश किए गए इस बिल के समर्थन में 131 वोट पड़े, जबकि 102 सदस्यों ने विरोध में मतदान किया। इस बीच 5 सांसदों ने राघव चड्ढा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया है।
दिल्ली को लेकर लाए गए बिल पर राज्यसभा में चर्चा हो रही थी, इसी दौरान अमित शाह ने सांसदों का जिक्र करते हुए कहा कि मान्यवर ये दोनों सम्मानीय सदस्य कह रहे हैं कि इन्होंने प्रस्ताव साइन नहीं किया है। अब ये जांच का विषय है कि ये प्रस्ताव कैसे साइन हुआ। राघव चड्ढा जी ने इस पर साइन किया है, इनका सिग्नेचर किसने किया है ये जांच का विषय है।
उन्होंने कहा कि ऐसे नहीं चलता है। मान्यवर ये मामला अब सिर्फ दिल्ली सरकार में फर्जीवाड़े का नहीं है, ये सदन के अंदर फर्जीवाड़े का मामला है। गृहमंत्री ने सभापति से दोनों सदस्यों का स्टेटमेंट रिकॉर्ड कर इसकी जांच कराने की अपील की।
मामला उस समय शुरू हुआ जब राघव चड्ढा की तरफ से दिल्ली बिल को सेलेक्ट कमेटी में भेजने का एक प्रस्ताव दिया गया। इसमें 5 सांसदों ने अपना नाम जोड़े जाने को लेकर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि इस प्रस्ताव में बिना उनकी सहमति के ही उनके नाम जोड़ दिए गए। इस मामले में राघव चड्ढा के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाने का फैसला किया गया।