सीबीआई ने आबकारी घोटाले के संबंध में सिसोदिया के परिसरों पर छापा मारा, जिसके बाद उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वह ईमानदारी की कीमत चुका रहे हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में शिक्षा सुविधाओं में सुधार के उनके कार्य को पटरी से उतारने के लिए उनके खिलाफ जांच की जा रही है।
सिसोदिया के इस बयान के बाद ठाकुर ने कहा कि एक्साइज मंत्री एक्सक्यूज मंत्री बन गए हैं। आज का मामला शराब के कारोबार के लाइसेंस और इसमें शामिल भ्रष्टाचार से जुड़ा है। संबंधित मंत्री मनीष सिसोदिया हैं। उन्होंने सीबीआई को जांच सौंपे जाने के दिन आबकारी नीति को पलट दिया। यह कदम क्यों उठाया गया, क्योंकि शराब के कारोबार के लाइसेंस जारी करने में भ्रष्टाचार किया गया है।
मंत्री ने कहा कि सीबीआई जांच के डर से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और सिसोदिया को छापेमारी को राष्ट्रीय राजधानी में शिक्षा सुविधाओं से जोड़ना पड़ा। जांच के डर के कारण केजरीवाल को शिक्षा के बारे में बोलना पड़ा। यह शिक्षा की बात नहीं है, यह आबकारी नीति का मामला है। लोगों को मूर्ख मत समझिए।
भाजपा नेता ने कहा कि लोगों को जवाब चाहिए। आबकारी नीति में भ्रष्टाचार से केजरीवाल और सिसोदिया का असल चेहरा सामने आ गया है। उन्होंने भ्रष्टाचार से लड़ने और राजनीति में प्रवेश नहीं करने की बात की थी। वे न केवल राजनीति में आए, बल्कि अब भ्रष्टाचार भी कर रहे हैं।