केजरीवाल ने 26 मई को इस आधार पर अपनी अंतरिम जमानत बढ़ाने का अनुरोध करते हुए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था कि उन्हें पीईटी-सीटी स्कैन समेत कुछ चिकित्सा परीक्षण करवाने हैं। उन्होंने अपनी अर्जी में दावा किया था कि जेल में उनका वजन 7 किलोग्राम घट गया और उनका कीटोन स्तर भी बहुत अधिक है। उनका कहना था कि यह गंभीर बीमार का संकेत हो सकता है।
गोयल ने आरोप लगाया कि केजरीवाल लोगों की सहानुभूति पाने के लिए अपने स्वास्थ्य मुद्दों का हवाला देकर नौटंकी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह एंबुलेंस केजरीवाल को ऐसी किसी भी अस्पताल में ले जाने के लिए थी, जहां 2 से 4 घंटे के अंदर उसके सारे परीक्षण हो सकें।
इससे पहले, आप नेता और मंत्री आतिशी ने संवाददाता सम्मेलन में दावा किया था कि केजरीवाल का वजन सात किलोग्राम घट गया है और उनका कीटोन स्तर भी ऊंचा है एवं डॉक्टरों ने कहा है कि यह उनकी किडनी में समस्या या कैंसर का लक्षण हो सकता है।
शीर्ष अदालत ने 10 मई को केजरीवाल को 21 दिनों की अंतरिम जमानत दी थी, ताकि वह लोकसभा चुनाव में प्रचार अभियान में हिस्सा ले पाएं। केजरीवाल को आबकारी नीति घोटाले से जुड़े एक धनशोधन मामले में गिरफ्तार किया गया था। वे 2 जून को अदालत में सरेंडर करेंगे।