चुनाव आयोग ने हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीखों में बदलाव कर दिया है। चुनाव आयोग ने पहले घोषित की गई वोटिंग की तारीखों में बदलाव करते हुए अब राज्य की 90 सीटों पर एक चरण में 5 अक्टूबर को वोटिंग की तारीख तय की है। दरअसल चुनाव आयोग ने पहले एक अक्टूबर को वोटिंग कराने का एलान किया था। वोटिंग की तारीख से पहले 28 और 29 सितंबर को शनिवार तथा रविवार की छुट्टी है और एक अक्टूबर को चुनाव होना है, उस दिन सार्वजनिक अवकाश रहेगा। इसके बाद 2 अक्टूबर को गांधी जयंती और तीन अक्टूबर को अग्रसेन जंयती व शारदीय नवरात्र की छुट्टी है।
आयोग ने कहा इस वर्ष यह त्योहार 2 अक्टूबर को मनाया जाएगा। सिरसा, फतेहाबाद और हिसार में रहने वाले हजारों बिश्नोई परिवार मतदान के दिन राजस्थान की यात्रा करेंगे, जिससे उन्हें अपना वोट देने का अधिकार नहीं मिलेगा। वोटिंग की तारीखों में बदलाव बिश्नोई समुदाय के मताधिकार और परंपराओं दोनों का सम्मान करने के लिए लिया है। आयोग ने गुरु जम्भेश्वर की याद में आसोज अमावस्या उत्सव समारोह में भाग लेने की सदियों पुरानी प्रथा को बरकरार रखा है। यही वजह है कि चुनाव की तारीख में बदलाव हुआ।
भाजपा ने चुनाव तारीख बदलने की थी मांग-हरिणाणा में सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा पहले से ही चुनाव की तारीखों में बदलाव की मांग कर रही थी। भाजपा ने एक वोटिंग को होने वाली वोटिंग से पहले और बाद में छुट्टियों के कारण वोटिंग परसेंट में कमी होने की आंशका जताई थी। भाजपा ने चुनाव आयोग को लिखे पत्र में कहा था लंबी छुट्टियों और त्योहार के कारण लोग बाहर और घूमने पर जा सकते है इससे वोटिंग परसेंट में कमी आ सकती है।
तारीखों में बदलाव पर कांग्रेस ने उठाए सवाल-हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तारीखें बदलने को लेकर कांग्रेस ने सवाल उठाए है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और सीनियर कांग्रेस नेता भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि भाजपा पहले ही हरियाणा में हार स्वीकर कर चुकी है, यहीं कारण है हरियाणा सरकार ने चुनाव आयोग को तारीखों बदलाव को लेकर पत्र लिखा था, मैंने उस समय कहा था कि भाजपा ने हार स्वीकर कर ली है।