इन वाईफाई बूथों को 'रेलवायर साथी' का नाम दिया गया है और ये डिजिटल इंडिया के लिए पीसीओ की तरह काम करेंगे और लोगों को ई-कॉमर्स, ऑनलाइन बैंकिंग, ट्रेन के लिए ई-टिकटिंग तथा बस सेवाओं जैसी अन्य सेवाओं का इस्तेमाल करने में मदद करेंगे।
रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 'रेलवायर साथी' का लक्ष्य दूरदराज के इलाकों में संपर्क सुविधा और साथ ही ग्रामीण इलाकों में नौकरियों के अवसर उपलब्ध कराना है। गूगल के साथ मिलकर रेलवे करीब 400 स्टेशनों पर मुफ्त वाईफाई सेवा उपलब्ध करा रहा है। इस योजना से संपर्क के साथ-साथ नौकरियां भी उपलब्ध कराने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि इस योजना के मई से चालू होने की संभावना है।
'रेलवायर साथी' एक वाईफाई उद्यमिता मॉडल है, जहां बेरोजगार युवकों, खासतौर पर महिलाओं को प्रशिक्षित किया जा सकता है। यह वाईफाई हॉटस्पॉट स्थापित करने में मदद कर सकता है तथा ऑनलाइन सेवाओं के लिए एक प्लेटफार्म भी उपलब्ध कराएगा जिससे व्यापार करना आसान होगा। रेलवे की दूरसंचार शाखा रेलटेल इस योजना को देशभर में लागू करेगी।
'रेलवायर साथी' से प्रधानमंत्री उज्ज्वल योजना, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री जीवन बीमा योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना जैसी कई सरकारी योजनाओं के बारे में सूचना प्रसारित करने में मदद मिलेगी। (भाषा)