दरअसल पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसान आंदोलन का खासा प्रभाव है। सराहनपुर जहां प्रियंका गांधी आज किसान पंचायत कर रही है वहां कांग्रेस काफी मजबूत है। सराहनुप जिले से कांग्रेस के पांच विधायक आते है वहीं कांग्रेस के अल्पसंख्यक चेहरा इमरान मसूद भी सराहनपुर से आते है। ऐसे में प्रियंका गांधी का सराहनपुर से किसान पंचायत पॉलिटिक्स का शंखनाद करना यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव से सीधे जोड़कर देखा जा रहा है।किसानों के दिल की बात सुनने, समझने, उनसे अपनी भावनाएँ बाँटने, उनके संघर्ष का साथ देने आज सहारनपुर में रहूँगी।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) February 10, 2021
भाजपा सरकार को काले कृषि कानून वापस लेने होंगे। #JaiJawan_JaiKisan
कांग्रेस इस अभियान के तहत उन जिलों को प्राथमिक तौर पर टारगेट कर रही है जहां पर मजबूत किसान राजनीति का आधार रहा है. साथ ही इन जिलों में किसान आंदोलन का अच्छा खासा प्रभाव रहा है। सहारनपुर, शामली, मुज़फ्फरनगर, बागपत, मेरठ, बिजनौर, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद, बदायूं, बरेली, रामपुर, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई समेत 27 जिलों जय जवान-जय किसान अभियान मजबूती से शुरु हो रहा है।कांग्रेस महासचिव श्रीमती @priyankagandhi जी ने शाकुंभरी देवी मंदिर में आशीर्वाद लेकर किसानों के संघर्ष में उनकी कामयाबी की मनोकामना मांगी। pic.twitter.com/PQoKcb85nl
— Congress (@INCIndia) February 10, 2021