जम्मू। हालांकि ईद-उल-फितर (Eid-ul-Fitr) कुछ ही दिन दूर हैं लेकिन कश्मीर के बाजारों में बिक्री में चिंताजनक मंदी (Worrying slowdown) देखी जा रही है, जो व्यापक के आर्थिक संकट को दर्शाती है, खासकर परिधान क्षेत्र में, जहां बिक्री में 95 प्रतिशत की गिरावट आई है। कश्मीर आर्थिक गठबंधन (केईए) के अध्यक्ष, व्यापार नेता मोहम्मद यासीन खान का कहना था कि उच्च कराधान, घटती क्रय शक्ति और दुकानदारों पर वित्तीय बोझ का हवाला देते हुए विभिन्न क्षेत्रों में व्यवसायों के सामने आने वाले संघर्षों को उजागर किया।
उन्होंने कहा कि खुदरा से परे दवा क्षेत्र भी दबाव महसूस कर रहा है। इसकी आवश्यक प्रकृति के बावजूद बिक्री में गिरावट आ रही है। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था गंभीर दबाव में है और मुद्रास्फीति ने व्यवसायों और उपभोक्ताओं दोनों के लिए जीवित रहना मुश्किल बना दिया है। व्यवसाय चल रहे हैं और वित्तीय संस्थान ऋणग्रस्त व्यापारियों पर अपनी पकड़ मजबूत कर रहे हैं। खान के बकौल, हम सिविल लाइंस इलाके और उसके बाहर कारोबार में गिरावट देख रहे हैं। दुकानें बंद हो रही हैं और बाजार में रौनक नहीं है, जैसा त्योहारों के दौरान हुआ करती थी।