नरसिंहपुर। पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने अपनी ही पार्टी की सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मौजूदा नरेंद्र मोदी सरकार की नीतियां किसान विरोधी हैं। मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर में सिन्हा ने कहा कि भाजपा ने जो घोषणा-पत्र तैयार किया था, उसके अनुसार मोदी सरकार कार्य नहीं कर रही।
उन्होंने कहा कि उस घोषणा पत्र को तैयार करने में वे स्वयं भी शरीक थे, इसलिए वे खुद को भी दोषी मानते हैं कि मोदी सरकार भाजपा के घोषणा-पत्र के आधार पर किसानों को लाभ प्रदान नहीं कर रही है। मोदी सरकारी की नीतियों को किसान विरोधी बताते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा के घोषणा पत्र में किसानों को उपज से 50 प्रतिशत लाभ दिलाने की बात कही गई थी।
उनके साथ मौजूद पूर्व केंद्रीय मंत्री सोमपाल शास्त्री ने सिन्हा की बात का समर्थन करते हुए कहा कि उत्तरप्रदेश में शुगर रिकवरी 9.5 होने पर किसानों को 350 रुपए प्रति क्विंटल गन्ना का दाम दिया जा रहा है, वहीं यहां रिकवरी 11.5 से ज्यादा होने पर सिर्फ 300 रुपए के भाव से गन्ना खरीदा जा रहा है। किसान नेता शिवकुमार शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान सरकार की भावांतर योजना और केंद्र की फसल बीमा योजना किसानों के साथ लूट है।
उन्होंने फसल बीमा योजना को बीमा कम्पनियों के लिए लाभकारी बताते हुए कहा कि किसानों को इससे कोई लाभ नहीं है। तीनों नेता जिले के गाडरवारा तहसील मुख्यालय गए, जहां इन्होंने राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम (एनटीपीसी) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के आंदोलन में हिस्सा लिया। (वार्ता)