उल्लेखनीय है कि उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री महंत योगी आदित्य नाथ अपने मंत्रिमंडल के साथ 18 अक्टूबर यानी कि छोटी दिवाली के पावन मौके पर राम नगरी अयोध्या में उपस्थित रहकर दिवाली मनाएंगे। इस अवसर पर राम नगरी अयोध्या को सजाने-संवारने के साथ-साथ राम की पैड़ी व सरयू नदी के घाटों पर एक साथ 1 लाख 70 हजार दीयों से जगमगाया भी जाएगा। इसके गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल होने कि पूरी संभावना है।
इतना ही नहीं मुख्यमंत्री की अगवानी के लिए श्रीराम के चरित्र की प्रस्तुति के साथ व हाथी एवं घोड़ों एवं बैंडबाजों के साथ भव्य शोभायात्रा भी निकाली जाएगी, जिसकी प्रस्तुति मनोरम होगी। साथ ही मुख्यमंत्री योगी इस पावन मौके पर अयोध्या के चौमुखी विकास के लिए 134 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का शिलान्यास भी करेंगे।
इस संबंध में राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास से जब पूछा गया कि राम-सीता कि मूर्ति कहां लगेगी तो उन्होंने कहा कि कहीं भी लगे हमें नहीं मालूम, जबकि राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी महंत सतेन्द्र दास का कहना है कि राम से अयोध्या है और अयोध्या से राम। जब तक राम मंदिर का निर्माण नहीं हो जाता सारे आयोजन बेकार हैं।