नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने ओपीनियन पोल की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस सबके पीछे भाजपा की साजिश है। उल्लेखनीय है कि हाल में कुछेक सर्वेक्षण में 'आप' को भाजपा से पीछे बताया गया था, जबकि पूर्व में स्थिति इसके उलट थी।
केजरीवाल ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि इसके पीछे राजनीतिक साजिश चल रही है। उन्होंने एनबीए से अपील की कि वह न्यूज एक्सप्रेस के स्टिंग ऑपरेशन की जांच करवाए, जिसमें पैसे लेकर एजेंसियों द्वारा आंकड़े बदलने की बात कही गई है। उन्होंने कहा कि पोल में हेरफेर की कोशिश की गई है।
मीडिया घरानों को निशाने पर लेते हुए केजरीवाल ने कहा कि मीडिया घरानों में भी पारदर्शिता होनी चाहिए। साथ ही संपादकों की आय भी बताई जानी चाहिए। इस अवसर मौजूद योगेन्द्र यादव ने भी केजरीवाल के आरोपों पर सहमति जताई और कहा कि मैं भी बहुत साल तक ओपिनियन पोल करता रहा हूं।
क्या है स्टिंग में : स्टिंग ऑपरेशन में दिखाया गया है कि सर्वे एजेंसियां राजनीतिक दलों और मीडिया हाउस से पैसे लेकर मनमुताबिक नतीजे दे देती हैं। इसके मुताबिक ये एजेंसियां ‘मार्जिन ऑफ एरर’ की आड़ में गलत सर्वे देती हैं। समाचार चैनल न्यूज एक्सप्रेस ने मंगलवार को चुनावी सर्वे करने वाली 11 एजेंसियों का स्टिंग ऑपरेशन दिखाकर चौंकाने वाला खुलासा किया था। यह भी खुलासा हुआ है कि इसके लिए काले धन का भी जमकर इस्तेमाल होता है।
कांग्रेस क्यों चाहती है ओपिनियन पोल पर प्रतिबंध... पढ़ें अगले पेज पर....
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चुनाव पूर्व सर्वेक्षण कराने वाली प्रमुख कंपनियों द्वारा सर्वेक्षण के नतीजों में कथित रूप से हेर-फेर किए जाने के मामले को गंभीरता से लेते हुए कांग्रेस ने बुधवार को चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया और उससे इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कराने और आपराधिक मुकदमा चलाने में हस्तक्षेप करने की मांग की।
कांग्रेस ने यह भी मांग की कि स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए आयोग संविधान के अनुच्छेद 324 के तहत अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए आगामी लोकसभा चुनाव के लिए मतदान की समाप्ति के 48 घंटे तक ओपिनियन पोल पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश जारी करे।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव केसी मित्तल ने मुख्य चुनाव आयुक्त वीएस संपत को लिखे एक पत्र में चुनाव आयोग से तत्काल हस्तक्षेप करने और टीवी चैनल के स्टिंग ऑपरेशन के मद्देनजर इस तरह के ओपिनियन पोल के नतीजों के प्रकाशन पर रोक लगाने के लिए उचित निर्देश जारी करने की मांग की।
कांग्रेस ने चुनावी सर्वेक्षणें में धांधली करने वालों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने और ऐसे सर्वेक्षणों पर रोक लगाने के लिए हस्तक्षेप करने की भी मांग की।
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चुनावी रुझानों के सर्वेक्षणों में कथित हेरा-फेरी के चलते उन पर प्रतिबंध लगाने की कांग्रेस की मांग का विरोध करते हुए भाजपा ने कहा कि सत्तारूढ दल हर उस व्यक्ति के मुंह पर टेप लगाना चाहता है, जो उसके पक्ष में नहीं है।
भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि कांग्रेस चाहती है कि उसका पक्ष नहीं लेने वाले हर व्यक्ति के मुंह पर टेप लगा दिया जाए, उसकी जुबान पर ताला लगा दिया जाए। कांग्रेस की शुरू से यह प्रवृत्ति रही है कि ‘मीठा गप-गप और तीखा थू-थू’।
हालांकि उन्होंने कहा कि इस संबंध में टीवी चैनल के स्टिंग आपरेशन को उन्होंने नहीं देखा है। इसलिए उस पर टिप्पणी नहीं कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ समय से आ रहे अधिकतर चुनावी सर्वेक्षणों में कांग्रेस के मुकाबले भाजपा को बड़ी बढ़त दिखाई जा रही है।