असम में कांग्रेस को मिल रहे समर्थन से डर गए हैं CM हिमंत

शनिवार, 20 जनवरी 2024 (00:58 IST)
Congress Bharat Jodo Nyaya Yatra News: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि लोगों की प्रतिक्रिया से घबराए असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्व सरमा राज्य में राहुल गांधी के नेतृत्व में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ को पटरी से उतारने की कोशिश कर रहे हैं।
 
उन्होंने दावा भी किया कि असम के मुख्यमंत्री प्रदेश में यात्रा को लेकर कांग्रेस को मिल रहे जनसमर्थन से घबरा गए हैं और बौखला गए हैं। रमेश ने कहा कि यात्रा अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार छह और दिन राज्य में जारी रहेगी।
 
उन्होंने यात्रा के माजुली द्वीप पर पहुंचने के बाद कहा कि यह बिल्कुल स्पष्ट है कि असम के मुख्यमंत्री पिछले दो दिन से राज्य में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ को मिल रही शानदार प्रतिक्रिया से परेशान और घबराए हुए हैं। उन्होंने कहा कि असम के विविध समाज के सभी वर्गों और सभी आयु समूहों के लोग राहुल का ‘उत्साहपूर्वक स्वागत’ कर रहे हैं।
 
उन्होंने इस पोस्ट के साथ ही सरमा की टिप्पणियां भी साझा कीं कि कांग्रेस मुस्लिमों के एक वर्ग का प्रतिनिधित्व कर रही है और राज्य में भाजपा नीत सरकार के तहत की गई प्रगति के कारण मुस्लिम महिलाएं तक कांग्रेस की रैलियों में नहीं आईं। सरमा ने बृहस्पतिवार को प्रेस से बातचीत में यह टिप्पणी की थी।
 
जोरहाट में एफआईआर : इस बीच, असम पुलिस ने बृहस्पतिवार को जोरहाट शहर में यात्रा के निर्धारित मार्ग में परिवर्तन करने के आरोप में यात्रा तथा उसके मुख्य आयोजक केबी बायजु के खिलाफ स्वत: संज्ञान प्राथमिकी दर्ज की। राहुल के नेतृत्व में कांग्रेस की 6,713 किलोमीटर की यात्रा 14 जनवरी को मणिपुर से शुरू हुई थी और यह 20 या 21 मार्च को मुंबई में समाप्त होगी।
सड़कों पर चलने के लिए परमिट : असम कांग्रेस प्रमुख भूपेन कुमार बोरा ने उन नियमों को लेकर राज्य सरकार पर सवाल उठाया जो 'सड़कों पर चलने के लिए कई प्रकार के परमिट' लेने को आवश्यक बनाते हैं। उन्होंने इसे लोकतांत्रिक भावनाओं के खिलाफ बताया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ का असम चरण फिलहाल जारी है।
 
बोरा ने कहा कि यात्रा के मुख्य आयोजक केबी बायजू इसका मार्ग तय करने की योजना बनाने के लिए जिम्मेदार नहीं हैं। बायजू के खिलाफ बृहस्पतिवार को जोरहाट शहर में अनुमत मार्ग से कथित तौर पर हटने के लिए एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी। यात्रा के राज्य में दूसरे दिन द्वीपीय जिले माजुली से गुजरने के दौरान बोरा ने कहा कि केबी बायजू का यात्रा मार्ग से कोई लेना-देना नहीं है। हमने रूट तय किया और अनुमति के लिए पुलिस पोर्टल पर आवेदन किया।
 
बोरा ने मार्च के लिए कई परमिट हासिल करने के पीछे के औचित्य पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि सड़कों पर चलने के लिए कितनी तरह की अनुमति की आवश्यकता है? यह एक लोकतंत्र है और सभी को समान अधिकार हैं। कोई भी सड़कों का इस्तेमाल अपनी निजी संपत्ति के रूप में नहीं कर सकता। उन्होंने हालांकि यह नहीं बताया कि यात्रा के लिए पार्टी को कितनी अनुमति लेनी होंगी। बसों सहित विभिन्न प्रकार के वाहन इसका हिस्सा हैं।
 
उन्होंने कहा कि लोगों की अचानक उमड़ी भीड़ के कारण कुछ लोग गिर गए और भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। यात्रा और उसके मुख्य आयोजक के खिलाफ जोरहाट सदर पुलिस स्टेशन में स्वत: संज्ञान लेते हुए एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। यात्रा का हिस्सा रहे विपक्ष के नेता देवब्रत सैकिया ने आरोप लगाया था कि प्राथमिकी यात्रा से पहले अनावश्यक बाधाएं पैदा करने की एक चाल थी। (भाषा/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala
 

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