Shardiya Navratri 2024: शारदीय नवरात्रि के दूसरे दिन कैसे करें मां ब्रह्मचारिणी को प्रसन्न, इस दिन कौन-सा रंग पहनना मना जाता है शुभ

WD Feature Desk
शुक्रवार, 4 अक्टूबर 2024 (08:10 IST)

Shardiya Navratri 2024: भारत में शारदीय नवरात्रि का महोत्सव उत्साह और आस्था के साथ मनाया जाता है। नवरात्रि का हर दिन किसी विशेष देवी के नाम होता है और उनके अनुसार ही पूजा विधि, भोग और धारण करने वाले रंग का विशेष महत्व होता है। नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है। आइए जानते हैं इस दिन माता को क्या भोग अर्पित किया जाता है और कौन सा रंग धारण करने से विशेष फल मिलता है। ALSO READ: नवरात्रि में किया जाने वाला गरबा देवी की आराधना के साथ कैसे है एक बेहतरीन व्यायाम

 
नवरात्रि के दूसरे दिन कौन सी देवी की पूजा होती है?
नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की उपासना की जाती है। मां ब्रह्मचारिणी तपस्या और संयम की देवी मानी जाती हैं। उनका रूप अत्यंत सरल और शांत है। वह हाथ में जपमाला और कमंडल धारण करती हैं। इनकी पूजा करने से जीवन में संयम, धैर्य और शक्ति मिलती है। भक्तों का विश्वास है कि मां ब्रह्मचारिणी की कृपा से साधक को हर कठिनाई का सामना करने की शक्ति मिलती है।

नवरात्रि दूसरे दिन का विशेष भोग क्या है?
मां ब्रह्मचारिणी को सफेद रंग विशेष प्रिय है। इसलिए इस दिन मां को दूध से बने व्यंजन या खीर का भोग लगाना श्रेष्ठ माना जाता है। इसके अलावा, चीनी, मिश्री और पंचामृत का भोग भी चढ़ाया जा सकता है। मां को भोग चढ़ाने के बाद इसे प्रसाद के रूप में ग्रहण करना अत्यंत शुभ माना जाता है। ध्यान रखें कि भोग हमेशा शुद्धता और श्रद्धा के साथ अर्पित करें। इस दिन का विशेष भोग जीवन में शांति और मानसिक संतुलन प्रदान करता है।

नवरात्रि के दूसरे दिन कौन सा रंग पहनना चाहिए?
नवरात्रि के दूसरे दिन सफेद रंग धारण करने की परंपरा है। सफेद रंग शांति और पवित्रता का प्रतीक है। इस दिन सफेद वस्त्र पहनने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और मन शांत रहता है। मां ब्रह्मचारिणी की पूजा में सफेद रंग का विशेष महत्व होने के कारण, इसे पहनना अत्यंत शुभ माना जाता है।
यदि आप नवरात्रि के दौरान सही रंग धारण करते हैं, तो यह आपकी आस्था को और गहराई देता है और साथ ही माता की विशेष कृपा प्राप्त करने में मदद करता है।

नवरात्रि के दूसरे दिन पूजा करने का सही तरीका

  • प्रातः काल स्नान कर सफेद वस्त्र धारण करें।
  • मां ब्रह्मचारिणी की प्रतिमा के समक्ष दीपक जलाएं।
  • मां को सफेद फूल, चंदन और दूध से बने भोग अर्पित करें।
  • शांत मन से मां का ध्यान करते हुए उनका पूजन करें।
  • अंत में मां से अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए प्रार्थना करें।

दूसरे दिन की पूजा से लाभ

  • धैर्य और संयम की प्राप्ति
  • मानसिक शांति और स्थिरता
  • कठिन परिस्थितियों से लड़ने की शक्ति

शारदीय नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करना जीवन में संयम, शांति और शक्ति लाता है। इस दिन का विशेष भोग और धारण करने योग्य रंग श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक बल प्रदान करता है। मां ब्रह्मचारिणी की कृपा से जीवन में आने वाली सभी कठिनाइयों से उबरने की शक्ति मिलती है। इसलिए, इस दिन सफेद रंग के वस्त्र पहनकर और दूध से बने व्यंजन का भोग अर्पित करके मां की आराधना करें और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।

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