मंत्र- 'ॐ क्लीं नम:'।
जप करने के लिए पूर्वाभिमुख हो लाल आसन, स्फटिक माला, रुद्राक्ष माला तथा देवी का कोई चित्र, यंत्र, मूर्ति सामने रखकर पंचोपचार, षोडषोपचार कर आरती करें। जप करते समय हमारे आर्त भाव से देवी की कृपा शीघ्र प्राप्त होती है। जप पूर्ण होने पर देवी के बाएं हाथ में जप समर्पण करें।