संयोग से शारदीय वर्ष आश्विन शुक्ल प्रतिपदा से शुरू होता है और बासंती संवत्सर चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से। इन दोनों संवत्सरों के प्रारंभिक नौ दिनों को नवरात्र के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा आश्विन और चैत्र माह कृषि उपज के लिए भी महत्वपूर्ण कहे गए हैं।