नवरात्रि में महा अष्टमी पर हवन करने के बहुत महत्व है। हवन करने के कई फायदे हैं और इससे सभी देवी और देवता तृप्त होते हैं। इससे माता जी प्रसन्न होकर जातक को आशीर्वाद देती हैं। आओ जानते हैं कि हवन करन का शुभ मुहूर्त क्या है।
1. अष्टमी तिथि : यह तिथि अश्विन मास शुक्ल पक्ष अर्थात 12 अक्टूबर 2021 दिन मंगलवार को रात 09 बजकर 49 मिनट 38 सेकंड से प्रारंभ होकर 13 अक्टूबर 2021 दिन बुधवार को रात 08 बजकर 09 मिनट और 56 सेकंड पर समाप्त होगी। अत: अष्टमी का पूजन 13 अक्टूबर 2021, दिन बुधवार को किया जाएगा।
मुहूर्त : इस दिन सुकर्मा योग रहेगा अत: इस योग में अमृत काल- प्रात: 03 बजकर 23 मिनट से प्रात: 04 बजकर 56 मिनट तक और ब्रह्म मुहूर्त– प्रात: 04 बजकर 48 मिनट से 05 बजकर 36 मिनट तक है।
सबसे शुभ मुहूर्त : विजय मुहूर्त दोपहर 01:40 से 02:27 तक।
गोधूलि मुहूर्त : शाम 05:21 से 05:45 तक। संधि काल : संधि काल में भी हवन किया जाता है: संधि काल में हवन करने का शुभ मुहूर्त शाम 7 बजकर 42 मिनट से रात 8 बजकर 7 मिनट तक है।
दिन का चौघड़िया :
लाभ : प्रातः 06:26 से 07:53 तक।
अमृत : प्रात: 07:53 से 09:20 तक।
शुभ: दिन 10:46 से दोपहा 2:13 तक।
लाभ: शाम 16:32 से 17:59 तक यानी 4 बजकर 32 मिनट से 5 बजकर 59 मिनट तक।