जय सिद्धिदात्री तू सिद्धि की दाता
तू भक्तों की रक्षक तू दासों की माता,
कठिन काम सिद्ध कराती हो तुम
हाथ सेवक के सर धरती हो तुम,
रविवार को तेरा सुमरिन करे जो
तेरी मूर्ति को ही मन में धरे जो,
तुम्हारी दया और तुम्हारी यह माया
रखे जिसके सर पैर मैया अपनी छाया,
हिमाचल है पर्वत जहां वास तेरा
महानंदा मंदिर में है वास तेरा,