चैत्र नवरात्र में नहीं कर सकें कोई पाठ तो बस यह मंत्र पढ़ें....

चैत्र नवरात्रि में आप विधि-विधान से पूजन या पाठ न कर सकें तो अष्टमी या नवमी के दिन मात्र दुर्गासप्तशती का पाठ करें। दिन भर की अखंड ज्योति प्रज्जवलित करें। जो व्यक्ति दुर्गा सप्तशती का पाठ करने में भी असमर्थ हों वे सिद्ध कुंजिका स्त्रोत का पाठ करें।

इस पाठ को करने से पूर्व अर्गला स्त्रोत एवं दुर्गा कवच पढ़ें। अगर आप इनमें से कोई भी पाठ न कर सकें तो सबसे सरल और दिव्य मंत्र को शां‍त्त चित्त होकर पढ़ें इससे घर में सदा सुख-शांति का वातावरण रहता है।
 
“सर्वमंगल मांगल्यै शिवे सर्वाथसाधिकै
शरण्यै त्र्यंबकै गौरी नारायणी नमो·स्तुते॥”

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