प्याज,लहसुन,मदिरा,तंबाकू आदि का सेवन बिलकुल भी ना करें।
घर में क्लेश बिलकुल भी ना करें।
अष्टमी और नवमी के दिन माता को इत्र तथा शहद चढ़ाएं इससे माता बहुत प्रसन्न होती है।
नवरात्र के अंतिम दिन सूर्योदय के पहले पीपल के ग्यारह पत्ते लें। उन पर राम नाम लिख कर इन पत्तों की माला बनाकर इसे हनुमानजी को पहना दें।