नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बेनी प्रसाद वर्मा द्वारा चुनाव आचार संहिता का बार-बार उल्लंघन किए जाने पर गंभीर चिंता जताते हुए चुनाव आयोग ने कानपुर में एक चुनावी रैली में नरेन्द्र मोदी के खिलाफ अत्यधिक अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए उनकी निंदा की।
चुनाव आयोग द्वारा दिए गए कारण बताओ नोटिस पर उनके जवाब से संतुष्ट नहीं होते हुए आयोग ने वर्मा की भर्त्सना करते हुए उनके बयान के लिए उनकी निंदा की।
आयोग ने साथ ही उन्हें आगाह किया कि कांग्रेस नेता द्वारा आगे कोई भी उल्लंघन किए जाने पर अन्य कदम उठाए जाने के अलावा आयोग उन्हें चुनाव प्रचार करने की अनुमति देने से भी इंकार कर सकता है।
यह दूसरी बार है कि आयोग ने वर्मा को चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने का दोषी पाया है। इससे पहले आयोग ने मोदी के खिलाफ की गई उनकी एक टिप्पणी को लेकर अप्रसन्नता जाहिर की थी। वर्मा ने मोदी को 'आरएसएस का सबसे बड़ा गुंडा' कह डाला था।
आयोग ने कहा कि वर्मा ने कानपुर में 20 अप्रैल को एक जनसभा को संबोधित करते हुए कथित रूप से कहा था कि 20 साल की उम्र में मोदी एक बड़ा अपराध कर घर से भाग गए थे।
मोदी को आरएसएस का सबसे बड़ा गुंडा कहने और राजनाथ को उनका दास बताने के लिए वर्मा के खिलाफ पहले से ही बलरामपुर में एक प्राथमिकी दर्ज है। (भाषा)