वाराणसी। जदयू प्रमुख शरद यादव ने एक रैली के दौरान मंच पर भगवान राम का चित्र लगाने को लेकर नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए मंगलवार को आरोप लगाया कि राम मंदिर भाजपा का गुप्त एजेंडा है और पार्टी ने देश में साम्प्रदायिकता फैलाने के लिए वाराणसी को केंद्र के रूप में चुना है।
यादव ने कहा, राम मंदिर का मामला भाजपा का गुप्त एजेंडा था और वे पूरे देश में साम्प्रदायिकता फैलाना चाहते हैं जिसकी शुरुआत के लिए उन्होंने वाराणसी को केंद्र के रूप में चुना है।
जदयू प्रमुख आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल के समर्थन में प्रचार करने के लिए यहां आए हैं। केजरीवाल प्रधानमंत्री पद के भाजपा उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के खिलाफ यहां से लोकसभा चुनाव में खड़े हैं। शरद यादव ने कहा कि उनका दल देश को साम्प्रदायिक ताकतों से बचाने के लिए केजरीवाल का समर्थन कर रहा है।
यादव शहर में कई जनसभाएं आयोजित कर रहे हैं जिनमें वे लोगों से केजरीवाल का समर्थन करने और तथाकथित गुजरात विकास मॉडल के बहकावे में नहीं आने की अपील कर रहे हैं। वे दिवंगत पर्यावरणविद वीरभद्र मिश्र को श्रंद्धाजलि देने के लिए यहां तुलसी घाट स्थित उनके आवास पर गए।
यादव ने कहा कि उन्होंने अपने 40 वर्ष से अधिक के राजनीतिक करियर में संसद में कई बार गंगा का मामला उठाया है ताकि उसे प्रदूषित होने से बचाने के लिए कदम उठाए जा सकें। उन्होंने कहा कि यदि नदी को बचाया नहीं गया तो लोगों को निकट भविष्य में जल संकट का सामना करना पड़ सकता है। (भाषा)