मेरी सभाओं में गंदी बातें लिखी किताबें फेंकी जाती हैं : प्रियंका
शुक्रवार, 2 मई 2014 (21:55 IST)
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अमेठी। कांग्रेस की स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को कहा कि अमेठी में ऐसी पुस्तिकाएं फेंकी जा रही हैं जिनमें उनके परिवार के प्रति 'गलत और आपत्तिजनक' बातें की गई हैं। ये काफी गंदी हैं...मेरा कहना है कि मेरे परिवार को निशाना बनाना बंद करिए।
अमेठी में अपने भाई राहुल गांधी के लिए प्रचार कर रहीं प्रियंका ने भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला करते हुए कहा कि देश में एक ऐसा नेता है, जो अपने लिए सत्ता चाहता है और खुद को मजबूत करने की बार-बार मांग करता है।
प्रियंका ने गौरीगंज विधानसभा क्षेत्र के शाहगढ़ स्थित शहीद चौक पर आयोजित जनसभा में आरोप लगाया, मुझे मालूम हुआ है कि जहां मेरी जनसभाओं का आयोजन होना होता, वहां उससे ऐन पहले की आधी रात को मेरे परिवार के बारे में फिजूल बातें लिखी पुस्तिकाएं फेंकी जाती हैं।
उन्होंने कहा, उस किताब में बहुत ही गंदी और झूठी बातें लिखी हैं। ये हरकत करने वाले लोग बहुत ही कायर हैं। वे अगर कुछ कहना चाहते हैं तो मुंह पर कहें, मेरे सामने आकर बात करें। यह विचारधारा की लड़ाई है। आधी-आधी रात को ऐसी हरकतें करना उचित नहीं है।
गौरतलब है कि ‘राहुल की रावणलीला’ शीर्षक वाली उस किताब में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल और उनके परिवार की निजी जिंदगी के बारे में तमाम दावों को अश्लीलतापूर्ण तरीके से पेश किया गया है। इस किताब में प्रकाशक के स्थान पर ‘संस्कृति रक्षक दल’, शास्त्री नगर, नई दिल्ली लिखा है।
प्रियंका ने कहा, देश में चुनाव प्रचार का स्तर बहुत गिर चुका है। राजनीति को सेवा भावना की नजर से देखा जाता है, लेकिन देश के कुछ नेता इस बारे में नहीं सोचते। राहुल की राजनीति मांगने की नहीं बल्कि सेवाभावना की है। वे आपको ताकत देना चाहते हैं। सत्ता भी आपको ही देना चाहते हैं।
प्रियंका ने कहा कि चुनाव सिद्धांतों पर लड़े जाते हैं। उन्होंने कहा कि राजनीति को सेवा के भाव से देखा जाता है, लेकिन देश के कुछ नेता इस बारे में नहीं सोचते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की राजनीति मांग की नहीं, बल्कि सेवा की भावना की है।
मोदी पर निशाना साधते हुए प्रियंका ने कहा, वे आपको ताकत देना चाहते हैं। वे आपको सत्ता देना चाहते हैं, परंतु देश में एक ऐसे नेता हैं, जो अपने लिए सत्ता चाहते हैं। वे खुद को ताकतवर बनाने के लिए मांग करते रहते हैं।
अपने पिता राजीव गांधी द्वारा अमेठी में किए गए विकास कार्यों का जिक्र करते हुए कहा, मेरे पिता की दूरदर्शी सोच थी। राहुल गांधी ने भी उन्हीं से सीखा है। उन्होंने कहा मैं वोट नहीं मांगूंगी। मैं आपका स्नेह चाहती हूं। जो देश के लिए और आपके लिए सोचता हो, जो आपको ताकत दे रहा हो, उसे वोट दीजिए। (भाषा/वेबदुनिया)