नई दिल्ली। दिल्ली में महिला पत्रकारों से बातचीत करते हुए निर्वाचन आयुक्त एचएस ब्रह्मा ने माना कि नरेन्द्र मोदी की रैली से संबंधित निर्णय को प्रेषित करने में उनसे देरी हुई। उन्होंने कहा कि हमने कभी नहीं सोचा था कि तकनीक चुनाव प्रचार व चुनाव प्रक्रिया में इतनी बड़ी भूमिका अदा करेगी।
ब्रह्मा के अनुसार तकनीक का बुरी तरह से इस्तेमाल किया जा रहा है। एचएस ब्रह्मा ने कहा कि नार्थ-ईस्ट की महिलाओं ने पहले के मुकाबले ज्यादा वोट किए। अंतिम दौर का चुनाव बहुत ही कठिन होगा। जीतने के लिए सभी पार्टियां अपनी जान लगा देंगी।
ब्रह्मा के अनुसार आदर्श चुनाव संहिता लागू करना इस चुनाव में सबसे कठिन काम रहा निर्वाचन आयोग के लिए। उन्होंने कहा कि भारत देश चुनाव प्रक्रिया से संबंधित तकनीक के मामले में अन्य विकासशील देशों से आगे है। कई मायनों में हम पश्चिम देशों का मुकाबला कर रहे हैं। इस असाधारण तकनीक के कारण आज देश के सभी नागरिक चुनाव प्रक्रिया का अभिन्न हिस्सा है।
निर्वाचन आयुक्त एचएस ब्रह्मा कहते हैं कि 2012 के बाद रुपए और ताकत का दुरुपयोग फ़िर से शुरु हो गया है। यह उनके लिए एक बड़ी चुनौती है। निर्वाचन आयुक्त ने माना उनके बीच कोई मतभेद नहीं है। कई जिलों में चुनाव हो रहे हैं तो सभी रिटर्निंग अफ़सर जरूरी नहीं एक ही क्षमता, कार्यशैली और एक ही तत्परता के हों। एचएस ब्रह्मा ने माना कि आधा दर्जन से ज्यादा राजनीतिक पार्टियों ने चुनाव आचार संहिता का पालन नहीं किया।