नई दिल्ली। नौ चरणों में हुए लोकसभा चुनावों की मतगणना शुक्रवार को देशभर में एकसाथ होगी और आखिरी परिणाम शाम 4 बजे तक मिलने की संभावना है।
चुनाव आयोग ने कहा कि देश में 989 केंद्रों पर मतगणना शाम 4 बजे तक पूरी होने की संभावना है और रुझान सुबह 9.30 बजे से आने शुरू हो जाएंगे। दोपहर तक 16वीं लोकसभा में अहम भूमिका निभाने वाले दलों के बारे में तस्वीर साफ हो सकती है।
मतगणना की पूर्व संध्या पर मुख्य चुनाव आयुक्त वीएस संपत ने आज कहा कि देशभर में निर्वाचन अधिकारियों द्वारा सही से तैयार की गई मतदाता सूचियों के नतीजतन अच्छा मतदान हुआ।
उन्होंने कहा, इस बात को सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए गए कि मतदान की पात्रता रखने वालों के नाम मतदाता सूची में शामिल हों। नए मतदाताओं को शामिल करने की कवायद 7 अप्रैल को पहले चरण के मतदान से कुछ दिन पहले की गई थी।
भारत के इतिहास में सबसे लंबे चले चुनाव में नरेंद्र मोदी, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल जैसे दिग्गजों समेत 8251 उम्मीदवार मैदान में थे जिनकी तकदीर का फैसला ईवीएम मशीनें कल करेंगी।
राष्ट्रीय दलों कांग्रेस, भाजपा, बसपा, भाकपा, माकपा और राकांपा ने कुल 1591 उम्मीदवार खड़े किए थे। 47 प्रादेशिक पार्टियों ने 529 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे। वहीं 1600 से अधिक पंजीकृत लेकिन गैरमान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों ने 2897 प्रत्याशियों पर भरोसा जताया था। इनके अलावा 3234 निर्दलीय उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा।
परिणाम से पहले अधिकतर एग्जिट पोल में भाजपा को सबसे बड़ी पार्टी बताया गया है। मतगणना सुबह 8 बजे शुरू होगी। सबसे पहले डाक मतपत्र गिने जाएंगे। चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार आधे घंटे बाद सात लाख से अधिक ईवीएम मशीनों से मतगणना की प्रक्रिया शुरू होगी।
‘बैलट यूनिट’ को वरिष्ठ निर्वाचन अधिकारियों तथा उम्मीदवारों के मतगणना एजेंटों की उपस्थिति में खोला जाएगा यह पहला लोकसभा चुनाव है जिसमें ‘नोटा’ (इनमें से कोई नहीं) का विकल्प भी मतदाताओं को प्रदान किया गया।
आयोग ने पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सभी मतगणना मेजों पर माइक्रो ऑब्जर्वर तैनात किए हैं। निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि मतगणना के हर राउंड और हर मेज का प्रिंटआउट उम्मीदवारों के एजेंटों को प्रदान करें।
2014 के लोकसभा चुनावों में अब तक का सर्वाधिक मतदान हुआ और देश में करीब 81.4 करोड़ मतदाताओं में से 66.38 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। (भाषा)