94 वर्षीय कैप्टन अब्बास केजरीवाल के समर्थन में

सोमवार, 31 मार्च 2014 (16:37 IST)
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अलीगढ़। नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की इंडियन नेशनल आर्मी (आईएनए) में रहे 94 वर्षीय कैप्टन अब्बास अली ने लोकसभा चुनाव में अरविन्द केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी (आप) का समर्थन करने का फैसला किया है।

कैप्टन अब्बास ने कहा कि मैंने अपने सार्वजनिक जीवन की शुरुआत वर्ष 1931 में 11 साल की उम्र में ही कर दी थी, जब आजादी की लड़ाई में सरदार भगतसिंह को फांसी पर लटकाए जाने के 2 दिन बाद मेरे गृहनगर खुर्जा में हुए विरोध प्रदर्शन के आयोजन में मैंने सक्रिय भूमिका निभाई थी।

कैप्टन ने कहा कि मातृभूमि के लिए यह मेरी आखिरी लड़ाई है जिसके सामने उन आदर्शों को बचाने का संकट खड़ा हो गया है जिनके लिए तमाम स्वतंत्रता सेनानियों ने अपना सब कुछ कुर्बान कर दिया था।

भारतीय सेना से बगावत करके नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की आजाद हिन्द वाहिनी में शामिल होकर देश की आजादी के संघर्ष में शामिल रहे कैप्टन अब्बास लोकनायक जयप्रकाश नारायण के आंदोलन में भी शामिल रहे थे और आपातकाल में उन्हें जेल भी हुई थी।

उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार, सांप्रदायिकता, जातिवाद और अब नवपूंजीवाद में हमारे जनतंत्र की उस बुनियाद पर ही खतरा पैदा कर दिया है जिसे लेकर हम चले थे। मैं केजरीवाल का इसलिए समर्थन करता हूं कि अंधेरे की इस घड़ी में जब बाकी राजनीतिज्ञ सत्ता के मोह में पड़े हुए है, वह मानव मूल्यों की लड़ाई लड़ रहा है।

कैप्टन अब्बास ने कहा कि ऐसा नहीं कि केजरीवाल ने कभी कोई गलती की ही न हो, मगर वह सार्वजनिक जीवन में ऐसे सवाल उठा तो रहा है जिन्हें उठाया जाना जरूरी है। इन सवालों का जवाब राजनेताओं और आम जनता को देना है। वह परिवर्तन का प्रेरक तत्व बनकर उभरा है और मैं उसे सलाम करता हूं।

उन्होंने कहा कि धार्मिक संकीर्णता और जोर पकड़ती अधिनायकवादी प्रवृत्तियां समाज में अशांति और अव्यवस्था पैदा करने के अलावा कुछ नहीं कर सकतीं और ऐसे में वास्तविक विकास संभव नहीं है। (भाषा)

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