अम्बेडकर नगर। प्रधानमंत्री पद के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कांग्रेस पर देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल के साथ अन्याय करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने इस नाइंसाफी का जवाब देने की ठान ली है।
मोदी ने यहां भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में आयोजित चुनावी जनसभा में कहा कि मैं सरदार पटेल की धरती से आया हूं। आज हिन्दुस्तान में कहीं पर भी मां-बेटे की सरकार के राज में सरदार पटेल का नामोनिशान नहीं है। एक परिवार के नाम पर नेहरू, राजीव, इंदिरा, सोनिया, राहुल के नाम पर 4-5 हजार योजनाएं चल रही हैं लेकिन पटेल के नाम को मिटा दिया गया है।
उन्होंने कहा कि इतने बड़े महापुरुष के साथ हुए अन्याय का जवाब देना मैंने तय कर लिया है। उनके सपनों को पूरा करने के लिए मैं आज आपसे आशीर्वाद मांगने आया हूं। मोदी ने कहा कि वे गुजरात में पटेल का दुनिया का सबसे ऊंचा स्मारक बनवा रहे हैं, जो अमेरिका के ‘स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी’ से दोगुना ऊंचा होगा। वे ऐसा काम करने जा रहे हैं जिस पर हर नागरिक गर्व करेगा।
मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री के ‘जय जवान, जय किसान’ के नारे का जिक्र करते हुए कहा कि ‘मां-बेटे’ की सरकार में न तो जय जवान है और न ही जय किसान। देश में पाकिस्तान के सिपाही आकर हमारे जवानों के सिर काटकर ले जाते हैं और दिल्ली की सरकार कुछ नहीं करती। देश में युद्ध में जितने जवान मरे हैं, उससे ज्यादा 10 साल में किसानों ने आत्महत्या की है। डेढ़ लाख से ज्यादा किसानों ने खुदकुशी की है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में मां-बेटे की सरकार ने वर्ष 2009 में अपने घोषणापत्र यानी धोखापत्र में लिखा था कि सरकार आने पर 100 दिन में महंगाई कम करेंगे। आप बताइए कि क्या महंगाई कम हुई? आप बताइए कि महंगाई मुद्दा है या नहीं? वे जवाब नहीं दे रहे हैं, क्योंकि उनका अहंकार सातवें आसमान पर है। वे खुद को जनता के प्रति जवाबदेह नहीं मानते। (भाषा)