गिरते वोटिंग ग्राफ से चुनाव आयोग चिंतित

सोमवार, 5 मई 2014 (12:06 IST)
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लखनऊ। लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे अंतिम चरण की ओर बढ़ रहा है, वैसे-वैसे उत्तरप्रदेश में वोटिंग ग्राफ गिरता जा रहा है।

चुनाव आयोग इसे दोबारा उठाने में जी-जान से जुटा हुआ है। इसके लिए आयोग विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए मतदान फीसदी बढ़ाने का हरसंभव प्रयास कर रहा है।

आयोग बढ़ती गर्मी को गिरते मतदान फीसदी का कारण मान रहा है। उसका मानना है कि यही चुनाव यदि 2012 के यूपी विधानसभा चुनाव की तरह मार्च में कराए जाते तो वोटिंग में 5 से 7 फीसदी का असर पड़ता।

राज्य निर्वाचन कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि मतदान का प्रतिशत गिरने के पीछे मौसम एक बड़ी वजह है। हर चरण के बढ़ने के साथ ही तापमान में भी बढ़ोतरी हो रही है। इसी वजह से मतदान में कमी आई है।

जागरूकता अभियान की वजह से ही हर चरण में पिछले चुनाव से मतदान बढ़ा है। कोशिश की जा रही है कि लोग घर से निकलें और मतदान करें ताकि इस चुनाव का औसत 60 फीसदी के पार हो सके।

चुनाव आयोग ने उत्तरप्रदेश में इस बार 75 फीसदी मतदान का लक्ष्य रखा था। साथ ही 2009 के लोकसभा चुनाव की तुलना में इस बार मतदान में इजाफा हो, इसके लिए खास रणनीति बनाई थी।

शुरुआत में आयोग की रणनीति सफल भी होती दिखाई दी। पहले चरण के मतदान में 64.95 फीसदी वोट पड़े। इस चरण में जिन सीटों पर मतदान हुआ था वहां कुछ समय पहले ही दंगे हुए थे। इसके बावजूद लोगों ने बढ़-चढ़कर मतदान में हिस्सा लिया।

इसके बाद मतदान का प्रतिशत घटता गया और चौथे चरण में यह घटकर 59 प्रतिशत तक पहुंच गया। (वार्ता)

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