वाराणसी। चुनाव अधिकारियों और स्थानीय प्रशासन ने भाजपा के प्रति कथित तौर पर पक्षपातपूर्ण रूख रखने को लेकर पार्टी की ओर से आलोचनाओं का सामना करने के बीच कहा कि सोमवार को यहां लोकसभा चुनाव ‘स्वतंत्र एवं निष्पक्ष’ तरीके से होंगे। चुनाव अधिकारियों और स्थानीय प्रशासन ने बताया कि किसी भी तरह की अनियमितता को रोकने के लिए सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं।
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दरअसल, भाजपा यह आरोप लगा रही है कि स्थानीय प्रशासन राज्य की सपा सरकार के तहत काम कर रहा है। भाजपा ने स्वतंत्र एवं निष्पक्ष मतदान के लिए जिलाधीश एवं निर्वाचन अधिकारी प्रांजल यादव का तबादला करने तक की मांग की है।
वाराणासी में चुनाव तैयारियों के बारे में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए यादव ने कहा कि सभी मतदान केंद्रों पर अद्धैसैनिक बल तैनात किए गए हैं। वाराणसी लोकसभा सीट के पांच विधानसभा क्षेत्रों में करीब 16 लाख मतदाता हैं।
सीसीटीवी कैमरों से 1,200 से अधिक मतदान केंद्रों पर नजर रखी जाएगी और शेष करीब 300 मतदान केंद्रों पर वीडियोग्राफी की सुविधा होगी। मतदान सुबह सात बजे शुरू होगा और यह शाम छह बजे तक होगा। वरिष्ठ नागरिकों और शारीरिक रूप से अशक्त मतदाताओं के लिए व्हीलचेयर की व्यवस्था की गई है।
मतदान केंद्र परिसर में मौजूद मतदाताओं को शाम छह बजे के बाद भी मतदान की इजाजत दी जाएगी। भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी के यहां से चुनाव लड़ने के चलते वाराणसी का चुनाव हाई प्रोफाइल हो गया है। मोदी को आप के अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस के अजय राय मुख्य चुनौती दे रहे हैं जबकि चुनाव मैदान में कुल 42 उम्मीदवार हैं।
अनियमितताओं को पकड़ने के लिए अपने स्वयंसेवियों द्वारा जासूसी कैमरों का इस्तेमाल किए जाने के आम आदमी पार्टी के बयान पर यादव ने कहा कि मतदान केंद्र के अंदर किसी को भी रिकार्डिंग की इजाजत नहीं दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि यहां तक कि मीडिया को भी मतदान केंद्र के अंदर प्रवेश की इजाजत नहीं होगी। सुरक्षा इंतजाम के बारे में यादव ने कहा कि स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव के लिए पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। 500 माइक्रो आब्जर्वर भी ड्यूटी पर लगाए गए हैं।
चुनाव आयोग वरिष्ठ आईएएस अधिकारी और तमिलनाडु के मुख्य चुनाव अधिकारी प्रवीण कुमार को वाराणसी में मतदान के लिए विशेष चुनाव पर्यवेक्षक नियुक्त कर चुका है। कुमार ने चुनाव और इससे जुड़े ब्योरे के बारे में चर्चा के लिए कल 12 प्रमुख उम्मीदवारों से मुलाकात की थी। उन्होंने यह भी कहा कि अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि मतदान स्वतंत्र एवं निष्पक्ष तरीके से हो।
मतदान के लिए तैनात सुरक्षा बलों में अर्धसैनिक बलों की 47 कंपनियां, पीएसी और राज्य पुलिस की छह कंपनियां तथा दो पलटनें, इसके अलावा कई निरीक्षक, उप निरीक्षक, कांस्टेबल, होमगार्ड आदि के साथ कुल 45,000 कर्मी तैनात किए गए हैं।
मतदान केंद्र के 100 मीटर के दायरे में पार्टी के चुनाव चिह्न के प्रदर्शन की इजाजत नहीं होगी, जबकि पार्टी और उम्मीदवार अपने शिविर 200 मीटर से आगे लगाएंगे। ऐसे शिविरों में एक मेज, एक छाता और दो कुर्सियां होंगी, जबकि सिर्फ एक बैनर की इजाजत होगी। (भाषा)