नरेन्द्र मोदी की सफलता का यह है राज, जानिए 13 बड़ी बातें...
मंगलवार, 17 सितम्बर 2019 (11:57 IST)
नरेन्द्र मोदी ने 2014 एवं 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा को प्रचंड जीत दिलाई। दोनों ही चुनावों में मोदी भाजपा का 'चेहरा' थे। प्रचार के दौरान मोदी ने धुंआधार सभाएं कीं। उनके प्रचार की आक्रामक शैली ने कांग्रेस को बैकफुट पर ला दिया। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक की जुबां पर एक ही नाम था- मोदी, मोदी और सिर्फ मोदी। मोदी का यह जादू अब दुनियाभर में सिर चढ़कर बोल रहा है। आइए जानते हैं नरेन्द्र मोदी के खास गुणों के बारे में...
1. असाधारण भाषण कला : मोदी की सबसे बड़ी और असाधारण बात उनकी भाषण कला है और वे अपनी इस कला से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध करना जानते हैं। विकास और अन्य मुद्दों पर वे जितनी स्पष्टता और प्रभावी तरीके से अपनी बात रखते हैं, उससे लोग बहुत प्रभावित होते हैं। वे अन्य नेताओं की तरह से लिखा हुआ भाषण नहीं पढ़ते हैं। उनकी विशेषता है कि वे अपनी वकृत्व कला से किसी भी प्रकार के श्रोता वर्ग से अपना संबंध बना लेते हैं।
2. करिश्माई नेतृत्व : प्रधानमंत्री मोदी की एक और बड़ी खूबी है कि वे किसी विश्वस्तरीय नेता जैसा करिश्मा रखते हैं। अपने दूसरे कार्यकाल में मोदी ने कश्मीर मुद्दे पर पूरी दुनिया में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की किरकिरी करा दी। देश के 35 वर्ष से कम आयु के युवाओं की नजर में वे ऐसे मजबूत नेता हैं, जिनके नेतृत्व में देश विकास के मार्ग पर आगे बढ़ सकता है।
3. त्वरित निर्णय क्षमता : मोदी की एक खूबी यह भी है कि वे तुरंत ही निर्णय लेने के लिए जाने जाते हैं। यह क्षमता भारत के नेताओं में बहुत कम पाई जाती है। इस खूबी के वे उन नेताओं से अलग हैं जो किन्हीं मजबूरियों के चलते फैसले नहीं लेते या लेने में बहुत अधिक समय लगा देते हैं। तीन तलाक का मुद्दा हो या फिर जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का फैसला, उनकी इसी शैली को दर्शाता है।
4. दूरदृष्टि : मोदी का एक सकारात्मक गुण यह है कि उनकी दूरदृष्टि या विजन बिलकुल स्पष्ट होता है। उनकी इसी दूरदर्शिता और स्वप्न का नतीजा है कि उन्होंने गुजरात को विकसित करने के लिए तब विदेश यात्राएं कीं जब वे मुख्यमंत्री ही थे। प्रधानमंत्री बनने के बाद भी वे दुनिया के शीर्ष नेताओं से लगातार मिले और उन्हें अपने पक्ष में किया। यही कारण है कि कश्मीर मुद्दे पर इमरान खान को दुनिया भर में कहीं भी समर्थन नहीं मिला।
5. मजबूत समर्थन : वर्तमान में देश का मतदाता हो, भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता हों या फिर केन्द्र सरकार, मोदी की समर्थकों की संख्या बड़ी मात्रा में हैं। सही मायने में वे जननायक हैं।
6. अनुशासित जीवन : नरेन्द्र मोदी एक सबसे बड़ी खूबी है उनका अनुशासित जीवन। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में बाल स्वयंसेवक बनने से लेकर प्रधानमंत्री बनने तक उनका जीवन अनुशासित रहा है। योग, ध्यान उनकी जीवन शैली का हिस्सा बन चुका है।
7. असाधारण योजनाकार : यह उनकी ऐसी खूबी है जो कि उन्हें उन लोगों में शामिल करती है जो कि बहुत अच्छी और कुशलता से बड़ी-बड़ी योजनाओं को बनाते हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी ने 3.5 लाख किमी से ज्यादा की यात्राएं कीं और इस दौरान 400 रैलियों को संबोधित किया। उनके कठोर परिश्रम के कारण ही न सिर्फ 2014 बल्कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने बड़ी सफलता अर्जित की।
8. तकनीक के प्रति रुझान : मोदी एक टेकसेवी व्यक्ति हैं और वे खुद को तकनीक के क्षेत्र में होने वाले परिवर्तनों से अपडेट रखते हैं। अपने जीवन में वे घटनाओं के बारे में तुरंत ही ट्वीट पोस्ट करते हैं। वे इस बात का भी ध्यान रखते हैं कि उनकी फेसबुक तस्वीर को बदला गया है या नहीं।
9. फिटनेस के प्रति सतर्कता : मोदी कितने ही व्यस्त हों लेकिन उनके योगाभ्यास में कभी बाधा नहीं आती है। शायद इसी कारण से वे इस उम्र में भी इतने सक्रिय और फिट हैं। वे योग के लिए दूसरों को भी प्रेरित करते हैं। उनके नेतृत्व का ही कमाल है कि 21 जून को विश्व योग दिवस मनाया जाता है।
10. उत्साह से भरा जीवन : अपनी उम्र के 69 वर्ष होने के बावजूद नरेन्द्र मोदी अपने जीवन को प्रतिदिन उत्साह से जीते हैं। हाल ही में चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग के समय वे पूरे समय इसरो के मुख्यालय में मौजूद रहे। उन्होंने देशभर के चुनिंदा बच्चों के साथ यह दृश्य अपनी आंखों से देखा।
11. धैर्यशीलता : अपनी विश्वसनीय और पक्की योजना से उनमें आत्मविश्वास का भाव रहता है और वे ऐसे व्यक्ति नहीं हैं जो कि अधीरता दिखाए या बेचैन हों और परिणामों को लेकर अशांत हो जाएं। ऐसा बहुत कम होता है जब वे नाराज होते हैं।
12. नेतृत्व कुशलता : एक बार सार्वजनिक भाषण में मोदीजी ने वायदा किया था कि वे अपने अधीनस्थों से एक घंटा अधिक काम करेंगे। इस तरह की बात कभी कोई अकुशल नेता नहीं कहता।
13. विनम्रता : मोदी दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश के प्रधानमंत्री हैं, लेकिन इस बात ने उनके दिमाग पर कभी असर नहीं डाला। वे सामान्य लोगों से भी विनम्रता से पेश आते हैं और उनसे जो कुछ पूछा जाता है वे उसका जवाब देते हैं।