नरेन्द्र मोदी : झेले हैं बयानों के बाण

गुजरात के मुख्‍यमंत्री नरेन्द्र मोदी को जब से भारतीय जनता पार्टी का उम्मीदवार बनाया गया है तब से उन पर राजनीति और बयानबाजी गर्म हो गई है। एक ओर जहां मोदी हमला करने से नहीं चूक रहे हैं तो दूसरी ओर से मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक बयानों की भरमार लग चुकी है। आओ जानते हैं कि मोदी के खिलाफ बयानों की शुरुआत कहां से हुई।

 

मौत का सौदागर : सोनिया गांधी द्वारा 2007 के विधानसभा चुनाव के दौरान की गई इस तरह की टिप्पणी ने भारी राजनीतिक बबाल खड़ा कर दिया। तब से ही मोदी के खिलाफ इस चुनाव में बद से बदतर शब्दों का इस्तेमाल किया जाने लगा। जब मुखिया ही मुख खोल कर बयान दें तो फिर कार्यकताओं के कहने ही क्या। जून में पटना में एक रैली को संबोधित करने हुए नरेन्द्र मोदी ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि सोनिया बताएं कौन है मौत का सौदागर? नक्सलवाद, महंगाई, आतंकवाद, भोपाल गैस त्रासदी में हजारों-लाखों लोग मारे गए उन लोगों की मौत का सौदागर कौन है? अगले पन्ने पर किसने कहा बंदर, कुत्ता और राक्षस...

यह बनाया कांग्रेस के नेता और यूपी के गोंडा से कांग्रेस उम्मीदवार बेनी प्रसाद वर्मा ने अप्रैल में दिया था। बेनी प्रसाद वर्मा ने कहा कि अगर राहुल पीएम बने तो गुजरात दंगों पर छह महीने में फैसला आएगा और मोदी जेल जाएंगे।

केंद्रीय इस्पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने मोदी की तुलना कुत्ते से कर डाली. बेनी प्रसाद वर्मा ने कहा- कुछ कुत्ते होते हैं वो जहां भी जाते हैं टांग उठा देते हैं, ऐसे कुत्तों से मुल्क की जम्हूरियत को बचाना है। प्रधानमंत्री बनने चले हैं...।' बेनी ने इससे पहले उन्हें बंदर कहा था।

बेनी के इस बयान को लेकर चुनाव आयोग ने कार्रवाई की, लेकिन बेनी नहीं माने और उन्होंने मोदी पर अभद्र टिप्पणी करना जारी रखा। चुनाव आयोग की चेतावनी के बावजूद केंद्रीय इस्पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा द्वारा भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की तुलना ‘राक्षस’ से करने को लेकर उनके विरुद्ध एक और प्राथमिकी दर्ज की गई है।

बेनी प्रसाद वर्मा ने मसकनवा कस्बे में एक चुनावी जनसभा में कहा था, 'इस मुल्क में जो हिन्दू मुसलमान में भेद करे, जो नफरत फैलाए, वह इंसान नहीं राक्षस है और देश एवं लोकतंत्र का दुश्मन है।' यही नही बेनी प्रसाद वर्मा ने तो हिटलर तक कह डाला।

किसने कहा था चाय बेचने वाला क्या पीएम बनेगा..


यह बयान दिया था समाजवादी पार्टी के महासचिव एक नेता नरेश अग्रवाल ने कि चाय बेचने वाला प्रधानमंत्री क्या बनेगा। हालांकि मोदी बचपन में चाय बेचा करते थे यह मामला केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने उजागर किया था। नरेश ने कहा कि चाय बेचने वाला मोदी देश का प्रधानमंत्री बनने योग्य नहीं है।

नरेश ने मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि चाय की दुकान से उठने वाले का नजरिया राष्ट्रीय नहीं होता। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी कहते हैं कि चाय बेचते हुए प्रधानमंत्री बनना चाहता हूं। लेकिन, अगर चाय बेचने वाले को सिपाही का कप्तान बना दोगे तो उसका नजरिया कप्तान वाला नहीं होगा। उसका नजरिया सिपाही वाला ही रहेगा।

मोदी का जवाब : नरेन्द्र मोदी ने कहा कि उन लोगों की तुलना में चाय बेचने वाला ज्यादा अच्छा है, जो देश को बेचते हैं। जब देश का गरीब किसान देश का प्रधानमंत्री बन सकता है तो चाय बेचने वाला क्यों नहीं? उन्होंने व्यंग्य किया कि क्या देश को बेचने वाले शासक बन सकते हैं? दो दिन पहले उत्तरप्रदेश में समाजवादी पार्टी के नेता ने मोदी के लिए कहा था कि चाय बेचने वाला प्रधानमंत्री क्या बनेगा। मोदी राजनीति में आने से पहले चाय बेचने का काम कर चुके हैं।

अगले पन्ने पर लोमड़ी और कसाब...


केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश का ही बयान देखें- 'कांग्रेस एक हाथी है जो धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है, जबकि भाजपा लोमड़ी की तरह है जो इधर-उधर भाग रही है।’ कांग्रेस प्रवक्ता राज बब्बर तो जयराम रमेश से भी आगे निकल गए। मोदी की सुरक्षा बढ़ाने की मांग पर बोले, 'सुरक्षा का हक सभी को है। इसमें आतंकी कसाब भी आता है और मोदी भी।’

किसने कहा बौखलाएं हुए चूहे हैं...


भाजपा द्वारा रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ वीडियो और एक पुस्तिका जारी करने के बाद प्रियंका गांधी ने तिलमिलताते हुए कहा, ‘वे बौखलाए हुए चूहों की तरह दौड़ रहे हैं। मैं जानती हूं कि वे अपने झूठ का सिलसिला दोहराएंगे। इसमें नया कुछ नहीं है, लेकिन उन्हें कहने दीजिए, जो भी वे कहना चाहते हों। मैं किसी से नहीं डरती और नकारात्मक, विनाशक तथा शर्मनाक राजनीति के खिलाफ बोलती रहूंगी।’ उन्होंने कहा, ‘मैं चुप नहीं रहूंगी और मैं उनके कुछ और कहने का इंतजार कर रही हूं।’

इसके बाद एक जवाबी हमले में प्रियंका गांधी ने अमेठी में नरेन्द्र मोदी पर हमला करते हुए कहा था कि वे नीच राजनीति करते हैं। गौरतलब है कि प्रियंका ने सोमवार को जारी एक बयान में मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, 'उन्होंने (मोदी ने) अमेठी की धरती पर मेरे शहीद पिता का अपमान किया है। अमेठी की जनता इस हरकत को कभी माफ नहीं करेगी। इनकी नीच राजनीति का जवाब मेरे बूथ के कार्यकर्ता देंगे। अमेठी के एक-एक बूथ से जवाब आएगा।'

किसने कहा मोदी को भस्मासुर...


भाजपा में चल रहे घमासान पर निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को ‘भस्मासुर’ की संज्ञा दी डाली। उन्‍होंने कहा कि मोदी ने अपने वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को 'भस्म' कर दिया।

ग्रामीण विकास मंत्री रमेश ने कहा, ‘मोदी भस्मासुर हैं। वह उन लोगों को भस्म कर देंगे, जिन्होंने उन्हें बनाया। वे अपने मार्गदर्शक नेता आडवाणी को भस्म कर गए। उन्होंने 2002 के दंगों में उनके साथ साजिश रचने वाले तोगड़िया को भस्म कर दिया. वे और कुछ नहीं, बल्कि भस्मासुर हैं।’

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