...जब भावुक हो गए राकेश शर्मा

बुधवार, 22 अक्टूबर 2008 (22:44 IST)
भारत के पहले मानवरहित चंद्र अभियान चंद्रयान-प्रथम के सफल प्रक्षेपण की प्रशंसा करते हुए देश के प्रथम अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा पुरानी यादों में खो गए और इस सफल अभियान को अपने भावुक अनुभव से जुड़ा बताया।

शर्मा ने वर्ष 1984 में सोयूज टी-11 अंतरिक्ष यान की अपनी यात्रा को याद करते हुए कहा यह एक भावुक अनुभव है। कार्यक्रम का सफलपूर्वक पूरा होना बताता है कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) भविष्य के लिए निवेश कर रहा है।

इस बीच आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी ने बुधवार को इसरो प्रमुख जी. माधवन नायर को बधाई देते हुए कहा यह पूरे देश विशेष तौर पर आंध्रप्रदेश के लिए ऐतिहासिक क्षण है, क्योंकि उसी की भूमि से चंद्रयान-प्रथम सफलातापूर्वक प्रक्षेपित किया गया है।

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