नक्सली हिंसा से तीन वर्ष में 2,600 मरे

सोमवार, 12 अक्टूबर 2009 (00:01 IST)
देश के लिए सबसे बड़ा आंतरिक खतरा बनी नक्सली हिंसा से पिछले तीन सालों में 2,600 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें सामान्य नागरिक भी शामिल हैं।

नक्सली हिंसा की सबसे ज्यादा घटनाएँ नक्सलवाद से सर्वाधिक प्रभावित चार प्रदेशों छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड और उड़ीसा में हुई हैं, जहाँ जनवरी 2006 से इस वर्ष अगस्त तक नक्सली हिंसा में लगभग 2,212 लोग मारे गए हैं।

गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया‘इस अंतराल के दौरान 5,800 से ज्यादा नक्सली घटनाएँ हुई हैं, जिसने सरकार को इससे निपटने के लिए नई रणनीति की घोषणा करने पर मजबूर कर दिया। नक्सली हिंसा कई प्रदेशों के लिए तेजी से उभरती चेतावनी साबित हुई है।’

छत्तीसगढ़ में 2006 में नक्सली हिंसा की 715 घटनाओं में 388 लोग मारे गए, जबकि 2007 में 369 लोग, 2008 में 242 लोग और 2009 में अगस्त तक लगभग 180 लोग मारे गए।

माओवादी हिंसा से बुरी तरह प्रभावित झारखंड में इस हिंसा ने 2006 में 124 जानें, 2007 में 157जानें, 2008 में 207 जानें और 2009 में अगस्त तक लगभग 150 जानें लीं।

केंद्र ने 40,000 अर्धसैनिक बलों को शामिल करते हुए नक्सलविरोधी योजना बनाई है, जिसके तहत माओवादियों के कब्जे से छुड़ाए गए इलाकों में विकास कार्यों के लिए 7,300 करोड़ का पैकेज भी शामिल है।

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