'उपरोक्त में से कोई नहीं' विकल्प का विरोध

शनिवार, 31 जनवरी 2009 (23:09 IST)
मुख्य निर्वाचन आयुक्त एन. गोपालस्वामी ने आज यहाँ कहा कि राजनीतिक दल इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों में 'उपरोक्त में से कोई नहीं' विकल्प के प्रावधान का विरोध कर रहे हैं।

गोपालस्वामी ने चुनावी और राजनीतिक सुधार विषयक व्याख्यान में कहा कि इस विकल्प के लिए पूछकर आपने (जनता ने) राजनीतिक दलों को गुस्सा दिला दिया है।

पुनर्मतदान कराने और अधिकतर मतदाताओं के उपरोक्त में से कोई नहीं के विकल्प को चुनने पर चुनाव लड़ चुके प्रत्याशी के दोबारा चुनाव लड़ने पर रोक लगाने की माँग के संदर्भ में उन्होंने कहा हो सकता है कि ऐसी समझ हो जो असलियत में बदल जाए।

गोपालस्वामी ने कहा यह (विकल्प) समस्या हो सकता है। वे पहले से ही इसे समस्या के तौर पर महसूस करने लगे हैं। यही कारण है कि वे नहीं चाहते कि बदलाव आए। उन्होंने कहा पहले आपके पास मतपत्र होता था। जब आप मतदान नहीं करना चाहते थे तो आप मतदान कक्ष में जाते थे, ठप्पा नहीं लगाते थे और पत्र को डिब्बे में डालकर बाहर आते थे।

उन्होंने कहा अब कुल मतगणना के उद्देश्य के तहत अगर आप मतदान नहीं करना चाहते तो आपको रजिस्टर में हस्ताक्षर करने को कहा जाता है। यह जरूरी है क्योंकि अगर 550 मत पड़े हैं और अधिकारी को कहना होगा कि 549 मत पड़े, एक ने मतदान नहीं किया जिसका नाम रजिस्टर में है।

उन्होंने कहा कि इस तरह मौजूदा व्यवस्था में मताधिकार का प्रयोग नहीं करने वालों के मतों की गोपनीयता खतरे में पड़ जाती है।

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