होली के अवसर पर 22 मार्च 2014 को फ्लशिंग, न्यूयॉर्क में हिन्दू सेंटर मंदिर के प्रांगण में अखिल विश्व हिन्दी समिति द्वारा भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन डॉ. बिजय मेहता द्वारा किया गया।
अखिल विश्व हिन्दी समिति अपने विभिन्न कार्यक्रमों द्वारा हिन्दी भाषा के प्रचार और प्रसार में निरंतर कार्यरत है। कार्यक्रम का शुभारंभ मीता भास्कर ने एक भजन सुनाकर और पूर्णिमा देसाई ने सरस्वती वंदना से किया।
कार्यक्रम का आयोजन होली के उपलक्ष्य में किया गया था इसलिए कविता पाठ से पहल सभी आमंत्रित अतिथियों को ठंडाई और पकोड़ों का अल्पाहार प्रदान किया गया।
कार्यक्रम में भाग लेने वाले मुख्य आमंत्रित थे- आशारामजी, अशोक सिंह, नीना वाही बॉस्टन, डॉ. गोपाल शर्मा, डॉ. पुरोहित, अनिमेष, रजनी कुमार अफगानिस्तान, प्रो. श्यामनारायण खेड़ा, पूर्णिमा देसाई, सुषमा मल्होत्रा, डॉ. मंगला, आनंद आहूजा, डॉ. रजनी, किंग रोबर्ट ब्रूस, न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय के छात्र, पुष्प मल्होत्रा, गिरीश वैद्य, करुण गुप्ता, डॉ. कमल किशोर सिंह भोजपुरी, परमेन्द्र मिश्रा, अवतारसिंह पंजाबी, डॉ. बिजय मेहता इत्यादि।
हिन्दी भाषा के विकास के लिए हो रहे इस सम्मेलन की उल्लेखनीय बात यह थी कि हिन्दी के अलावा भोजपुरी और पंजाबी भाषा में कविता पाठ करने के लिए न्यूयॉर्क के बाहर से भी कलाकार आमंत्रित थे।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. बिंदेश्वरी अग्रवाल के सुपरिचित हास्य विनोद से सजीव बना रहा। मंदिर का हॉल दर्शकों से खचाखच भरा हुआ था। दर्शक मंत्रमुग्ध होकर कार्यक्रम का आनंद ले रहे थे। तालियों और ठहाकों से हॉल बराबर गूंज रहा था।
बिंदेश्वरीजी एक अच्छी संचालिका होने के अलावा एक अच्छी कवयित्री भी हैं। उन्हें हाल ही में अपनी कविता के लिए मॉरिशस की काव्य प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ है।
कार्यक्रम के संचालन में मंदिर के कार्यकर्ता डॉ. दीक्षित और उनके सहयोगियों ने पूर्ण रूप से सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम के दौरान दिलीप चौहान ने अखिल विश्व हिन्दी समिति को डॉ. बिंदेश्वरी अग्रवाल और डॉ. बिजय मेहता को हिन्दी भाषा के प्रचार के लिए न्यूयॉर्क के सीनेट टोनी एन द्वारा सम्मान पत्र प्रदान किए गए।
इस अवसर पर डॉ. मंगला द्वारा लिखे गए काव्य ग्रंथ, मंगलम् का डॉ. बिजय मेहता द्वारा विमोचन किया गया।