प्रदर्शन के आधार पर ओलिम्पिक मेजबानी

गुरुवार, 17 जुलाई 2008 (23:26 IST)
भारत भले ही 2020 ओलिम्पिक खेलों की मेजबानी का सपना संजोए बैठा हो लेकिन उसकी राह बिलकुल भी आसान नहीं होगी क्योंकि मेजबानी मिलना काफी हद तक खेलों की इस सबसे बड़ी जंग में देश के प्रदर्शन पर भी निर्भर करता है।

ओलिम्पिक में भारत का प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा है और वह इक्कीस बार इन खेलों में शिरकत करने के बावजूद सिर्फ 17 पदक ही जीत पाया है।

ओलिम्पिक में अमेरिका ने हमेशा से ही अपना परचम लहराया और उसे सर्वाधिक चार बार इन खेलों की मेजबानी करने का मौका मिला जो यह दर्शाता है कि कहीं न कहीं मेजबानी मिलने में प्रदर्शन की अहम भूमिका होती है।

अमेरिका के अलावा ओलिम्पिक के जनक यूनान ब्रिटेन जर्मनी फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया को दो-दो बार खेलों की इस सबसे बड़ी जंग की मेजबानी का मौका मिला।

एशियाई देश मेजबानी की दौड़ में अधिकतर यूरोपीय और अमेरिकी महाद्वीप के देशों से पिछड़ते रहे और दुनिया के इस सबसे बड़े महाद्वीप को 25 में से सिर्फ तीन बार ही ओलिम्पिक का आयोजन कराने का गौरव मिला।

अफ्रीका तो इस मामले में काफी दुर्भाग्शाली रहा है क्योंकि उसे अब तक एक बार भी ओलिम्पिक की मेजबानी का मौका नहीं दिया गया

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