दुनिया के सबसे तेज धावक जमैका के उसेन बोल्ट ने कहा है कि उनकी कूदने वाली रस्सी (स्कीपिंग रोप) को ओलिंपिक स्टेडियम के भीतर ले जाने की योजना है जबकि रविवार को एक अधिकारी ने उनसे यह रस्सी ले ली थी।
बोल्ट रविवार को जब 100 मीटर के फाइनल के लिए स्टेडियम में जा रहे थे तो उनके हाथ में यह रस्सी थी जिसे वे ट्रेनिंग के लिए इस्तेमाल करते हैं, लेकिन ऐन वक्त पर एक अधिकारी की नजर उन पर पड गई और उसने बोल्ट से रस्सी ले ली। लंदन ओलिंपिक की आयोजन समिति के अध्यक्ष सेबेस्टियन को ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
लेकिन बोल्ट ने मंगलवार को नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि फाइनल से पहले एक अधिकारी ने उनसे कहा था कि सीधी लाइन में खड़े रहो। जमैकाई धावक ने 200 मीटर हीट के बाद के बाद कहा कि 'हे भगवान यहां इतने नियम क्यों हैं। आप कुछ भी नहीं कर सकते।'
उन्होंने कहा कि कुछ नियम तो बेतुके हैं। मैं कुछ देर पहले स्टेडियम में घुस रहा था और मेरे बैग में स्कीपिंग रोप थी, लेकिन मुझसे कहा गया कि आप इसे अंदर नहीं ले जा सकते। मैंने इसका कारण पूछा तो उन्होंने कहा यही नियम है। मैं कल फिर ऐसा करूंगा। मैं इसे अपने बैग के अंदर छिपा दूंगा या फिर कोई तरकीब सोचूंगा।
इस बीच सेबेस्टियन को ने कहा कि स्टेडियम के अंदर रस्सी ले जाने पर कोई प्रतिबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं देखूंगा कि ऐसा कैसे हुआ। ऐसी रस्सी तो वॉर्मअप के लिए इस्तेमाल की जाती है। मैं इस मामले की जांच करूंगा। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि बोल्ट से स्टेडियम के किस हिस्से में रस्सी ली गई थी।
आयोजन समिति के प्रवक्ता जैकी ब्राक डोएल ने कहा कि अगर बोल्ट से रस्सी उनके स्टेडियम में घुसने से पहले ली गई थी तो यह सरासर गलत है, लेकिन अगर ट्रैक में जाने से पहले उनसे रस्सी ली गई तो यह सही है। हम मामले की जांच कर रहे हैं।
लेकिन बोल्ट की शिकायत यहीं पर खत्म नहीं हो जाती है। उन्होंने कहा कि मैं 100 मीटर के फाइनल के लिए लाइन में खड़ा था तभी एक अधिकारी ने मुझसे कहा- सीधी लाइन में खड़े रहो। मैं रेस के लिए तैयार हो रहा हूं और मुझसे कहा जा रहा है कि सीधी लाइन में खड़े रहो। इन बेतुके नियमों को व्यक्तिगत तौर पर मेरे लिए कोई मतलब नहीं है। (वार्ता)