बुरे दिनों से छुटकारा चाहिए तो अक्षय तृतीया पर करें यह दान
ग्रहों की शांति और शुभता के लिए हैं यह विशेष दान
वैसे तो कलयुग में दान करना सर्वश्रेष्ठ माना गया है लेकिन यदि अक्षय तृतीया पर वस्तुओं का दान करते हैं तो इसका बहुत महत्व है। अक्षय तृतीया के दिन सूर्य व चंद्रमा अपनी उच्च राशि में होते हैं। यही कारण है कि इस दिन अबूझ मुहूर्त होता है।
अबूझ मुहूर्त : ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य व चंद्रमा दोनों ही महत्वपूर्ण ग्रह हैं। चंद्रमा जहां मन का स्वामी व समस्त परिणामों को प्रत्यक्ष रूप से शीघ्रता से प्रभावित करते हैं, वहीं सूर्य नक्षत्र मंडल के स्वामी व केंद्र हैं।
दोनों प्रत्यक्ष देवों की श्रेणी में आते हैं। अक्षय तृतीया के दिन दोनों ही ग्रह अपनी उच्च राशि में होते हैं। यही कारण है कि इस दिन अबूझ मुहूर्त होता है।