श्रृंगार का सामान, कपड़े किसी गरीब या ब्राह्मण को दान करती हैं।
नवमी के दिन आंवले के पेड़ पर सफेद या लाल मौली के धागे को लेकर महिलाएं 8 या 108 बार परिक्रमा करें।
इस परिक्रमा के बाद महिलाएं श्रृंगार का सामान, कुमकुम, हल्दी, सिंदूर, अबीर, गुलाल, चावल, नारियल आदि वस्तुओं को आवंले के पेड़ पर चढ़ाएं।
इसके बाद आंवले के पेड़ से श्रृंगार का सामान लेकर सुहागिन को दान में दें।
आंवले के पेड़ के नीचे बैठकर व्रतकथा सुनें और तत्पश्चात परिवार संग बैठकर भोजना करें।