* देवउठनी ग्यारस पर मंदिरों व घरों में भगवान लक्ष्मीनारायण की पूजा-अर्चना करें।
* मंडप में शालिग्राम की प्रतिमा एवं तुलसी का पौधा रखकर उनका विवाह कराएं।
* मंदिरों के व घरों में गन्नों के मंडप बनाकर भगवान लक्ष्मीनारायण का पूजन कर उन्हें बेर,चने की भाजी, आंवला सहित अन्य मौसमी फल व सब्जियों के साथ पकवान का भोग अर्पित करें।
* गोधूलि बेला में तुलसी विवाह करने का पुण्य लिया जाता है।
* दीप मालिकाओं से घरों को रोशन करें और बच्चे आतिशबाजी कर खुशियां मनाएं।
* तुलसी की परिक्रमा करना शुभ होता है।
* इस दिन घर में रंगोली अवश्य बनाएं, इससे नकारात्मक शक्तियां दूर होती है।