इस दिन गोगादेव और नागदेवता पर दूध अर्पित करना चाहिए।
दीवार को साफ-सुथरी करके गेरू से पोतकर दूध में कोयला मिलाकर चौकोर चौक बनाया जाता है।
उसके ऊपर 5 सर्प बनाते हैं।
उसके बाद कच्चा दूध, पानी, रोली व चावल अर्पित किए जाते हैं तथा बाजरा, आटा, घी और शकर मिलाकर प्रसाद चढ़ाया जाता है।