2. गाय को सजाने के बाद गौ माता की पूजा और परिक्रमा करें।
3. परिक्रमा के बाद गाय और उसके बछड़े को घर से बाहर लेकर जाएं और कुछ दूर तक उनके साथ चलें।
4. ग्वालों को दान करना चाहिए।
5. शाम को जब गाय घर लौटती हैं, तब फिर उनकी पूजा करें।
6. गोपाष्टमी पर गाय को हरा चारा, हरा मटर एवं गुड़ खिलाएं।
7. जिन के घरों में गाय नहीं हैं वे लोग गौशाला जाकर गाय की पूजा करें। उन्हें गंगा जल, फूल चढ़ाएं, गुड़, हरा चारा खिलाएं और दीया जलाकर आरती उतारें।