कुल अवधि - 02 घंटे 03 मिनट्स
जया पार्वती व्रत बुधवार का समापन 24 जुलाई 2024 को।
महत्व : जया-पार्वती व्रत विशेषकर मालवा क्षेत्र का लोकप्रिय पर्व है, इस व्रत से माता पार्वती को प्रसन्न किया जाता है। यह व्रत बहुत हद तक हरतालिका, मंगला गौरी, गणगौर और सौभाग्य सुंदरी व्रत की तरह ही कहा जा सकता है। इसे एक दिन और कहीं-कहीं 5 दिनों तक मनाया जाता है। इसमें बालू रेत का हाथी बना कर उन पर 5 प्रकार के फल, पुष्प और भोग/ प्रसाद चढ़ाया जाता हैं और इस व्रत में एक समय बिना नमक का ज्वार से बना भोजन ही किया जाता है।