1. सिंह राशि: आपकी कुंडली के दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी बुध का बारहवें भाव में वक्री गोचर हुआ है। इस गोचर के दौरान नकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकता है। आपके खर्चों में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। इस समयावधि में आपका किसी से किसी बात को लेकर विवाद हो सकता है। आपको काम के सिलसिले में लंबी दूरी की यात्रा पर जाना पड़ सकता है।
2. मकर राशि: आपकी कुंडली के छठे और नौवें भाव के स्वामी का सातवें भाव में वक्री गोचर हुआ है। इस दौरान आपको संपत्ति से संबंधित मामलों में कोई भी निर्णय लेने से पहले सोचना समझना होगा। नौकरीपेशा जातकों को सतर्कता से काम करना होगा। वाद विवाद से दूर रहें। जीवनसाथी के साथ भी बहस से बचकर रहें। क्रोध पर नियंत्रण रखें। सेहत का ध्यान रखें।
3. कुंभ राशि: आपकी कुंडली के छठे भाव में बुध का वक्री गोचर हुआ है। इसके परिणाम स्वरूप आपको कानूनी झगड़े, शत्रुता और कर्ज जैसे मामलों से बचने की जरूरत है। यह तनावपूर्ण समय रह सकता है। आपके खर्चों में बढ़ोतरी होने की संभावना है। आपकी सेहत में गिरावट आ सकती है। इस समय आपको अपने गुस्से पर काबू रखना चाहिए।