साल 2023 में कब है कल्कि जयंती? जानें पूजा का शुभ मुहूर्त और पूजन विधि

सोमवार, 21 अगस्त 2023 (15:09 IST)
Kalki Jayanti 2023: भगवान विष्णु के 24 अवतारों की श्रृंखला में 24वें और 10 अवतारों यानी दशावतार की श्रेणी में 10वें अवतार भगवान कल्कि की जयंती प्रतिवर्ष श्रावण माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाए जाने का प्रचलन है। आओ जानते हैं कि कब है कल्कि जयंती और पूजा के शुभ मुहूर्त के बाद पूजन विधि।
 
साल 2023 में कब है कल्कि जयंती?
इस बार अंग्रेजी कैलेंडर के मान से यह जयंती 22 अगस्त 2023 मंगलवार के दिन रहेगी।
 
कल्कि पूजा का शुभ मुहूर्त:-
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:04 से 12:55 तक।
विजय मुहूर्त: दोपहर 02:38 से 03:29 तक।
गोधूलि मुहूर्त: दोपहर 06:54 से 07:16 तक।
 
कल्कि भगवान की पूजन विधि:-
 
घर में पूजा करने के नियम : 
1. घर के ईशान कोण में ही पूजा करें। पूजा के समय हमारा मुंह ईशान, पूर्व या उत्तर में होना चाहिए। 
 
2. पूजा का उचित मुहूर्त देखें या दोपहर 12 से शाम 4, रात्रि 12 से प्रात: 3 बजे के बीच का समय छोड़कर पूजा करें। 
 
3. पूजन के समय पंचदेव की स्थापना जरूर करें। सूर्यदेव, श्रीगणेश, दुर्गा, शिव और विष्णु को पंचदेव कहा गया है। पूजा के समय सभी एकत्रित होकर पूजा करें। पूजा के दौरान किसी भी प्रकार शोर न करें।
 
घर में पूजा हेतु क्या क्या होना चाहिए :
गृहे लिंगद्वयं नाच्यं गणेशत्रितयं तथा।
शंखद्वयं तथा सूर्यो नार्च्यो शक्तित्रयं तथा॥
द्वे चक्रे द्वारकायास्तु शालग्राम शिलाद्वयम्‌।
तेषां तु पुजनेनैव उद्वेगं प्राप्नुयाद् गृही॥
अर्थ- घर में दो शिवलिंग, तीन गणेश, दो शंख, दो सूर्य, तीन दुर्गा मूर्ति, दो गोमती चक्र और दो शालिग्राम की पूजा करने से गृहस्थ मनुष्य को अशांति होती है।
 
एका मूर्तिर्न सम्पूज्या गृहिणा स्केटमिच्छता।
अनेक मुर्ति संपन्नाः सर्वान्‌ कामानवाप्नुयात॥
अर्थ : कल्याण चाहने वाले गृहस्थ एक मूर्ति की पूजा न करें, किंतु अनेक देवमूर्ति की पूजा करे, इससे कामना पूरी होती है।

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