इस दिन नए मटके में नए चावल, नया गुड़ तथा ताजे दूध से मीठी खिचड़ी बनाई जाती है।
* 13 जनवरी : यह पर्व 13 जनवरी से प्रारंभ हो जाता है, 13 जनवरी को प्रातः 5 बजे घर की पुरानी चीजों को घर के बाहर जलाया जाता है। पश्चात इंद्र देवता का पूजन किया जाता है। इसे मोगी पंडी कहते हैं।