विवाह पंचमी पर पढ़ें श्री राम-जानकी स्तुति, मिलेगा मनचाहा जीवनसाथी और जागेगा सौभाग्य
प्रतिवर्ष मार्गशीर्ष शुक्ल पंचमी का दिन विवाह पंचमी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन माता सीता और मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का विवाह हुआ था। इस दिन भगवान श्रीराम-माता सीता का व्रत-पूजन, उपवास रखकर पूरे मन से, सच्ची श्रद्धा और लगन के साथ माता सीता और प्रभु श्रीराम की उपासना करने से व्रतधारी की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।
इस दिन विवाह योग्य जातक यदि सच्ची श्रद्धा के साथ पूजन करते हैं तो निश्चित ही उन्हें योग जीवनसाथी प्राप्त होता है। इतना ही विवाहितों के सौभाग्य में वृद्धि होने के साथ-साथ अच्छा जीवनसाथी भी मिलता है। विवाह पंचमी के दिन माता सीता और प्रभु श्रीराम की निम्न स्तुति अवश्य ही करना चाहिए।
यहां पढ़ें प्रभु श्रीराम और माता जानकी की पावन स्तुति-