धार्मिक शास्त्रों में षष्ठी तिथि महत्वपूर्ण मानी गई है, क्योंकि यह तिथि भगवान कार्तिकेय (Lord Kartikey) को समर्पित है, जो कि भगवान शिव के बड़े पुत्र के रूप में जाने जाते हैं। इसके संबंध में मान्यता है कि षष्ठी के दिन भगवान कार्तिकेय का पूजन करने से हर मनोकामना पूर्ण होती है तथा रोग, दुख, दरिद्रता का भी निवारण होता है। कहा जाता है कि यह व्रत क्रोध, लोभ, अहंकार, काम जैसी बुराइयों पर विजय दिलाने तथा सुखी और संपन्न जीवन देने में भी सक्षम है।
24 जून, 2023, शनिवार : स्कन्द षष्ठी के मुहूर्त
आषाढ़ शुक्ल षष्ठी तिथि का प्रारंभ- 23 जून, शुक्रवार को 07.53 पी एम से,
षष्ठी तिथि का समापन- 24 जून 2023, शनिवार को 10.17 पी एम होगा।
सिद्धि योग- पूर्ण रात्रि तक
अभिजित मुहूर्त- 11:56 ए एम से 12:51 पी एम
अमृत काल- 03:01 ए एम, 25 जून से 04:49 ए एम तक।
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