पेरिस ओलंपिक से पहले असम के लोगों ने लवलीना को शुभकामनाएं दीं

WD Sports Desk

मंगलवार, 23 जुलाई 2024 (19:45 IST)
पेरिस खेलों में अपने दूसरे ओलंपिक पदक की तैयारी कर रही स्टार मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन को उनके गृह राज्य असम से गमोसा (अंग वस्त्र), चॉकलेट और दिल के छूने वाले संदेशों के रूप में शुभकामनाएं दी गईं।

मंगलवार को यहां एक समारोह के दौरान शुभचिंतकों के साथ उभरते खिलाड़ियों से लेकर सीनियर खिलाड़ियों ने एक बड़े बोर्ड पर लवलीना के लिए संदेश लिखे जबकि उनकी बहन की सास ने एक गमोसा और चॉकलेट पैक करके भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (BFI) के महासचिव हेमंत कलिता को सौंपी।

अगले हफ्ते पेरिस जाने वाले कलिता ने समझाया कि चॉकलेट पिघल सकती है और गमोसा पर दाग लग सकता है जिसके बाद महिला ने अनिच्छा से चॉकलेट वापस ले लीं।

लवलीना की बहन लीमा ने अपनी सास और बेटे के साथ हस्ताक्षर अभियान में भाग लेते हुए कहा, ‘‘यह उनके प्रति हमारे स्नेह की गहराई को दर्शाता है। हमें विश्वास है कि वह अपनी पिछली उपलब्धियों से बेहतर करेंगी।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमारा पूरा परिवार हर भारतीय से लवलीना की सफलता के लिए प्रार्थना करने का आह्वान करता है जिससे कि वह हमारे देश को और अधिक गौरव दिला सके।’’

इस दौरान असम की खेल मंत्री नंदिता गारलोसा ने लवलीना की सफलता की कामना की।गारलोसा ने कहा, ‘‘पूरा असम राज्य उन्हें शुभकामनाएं देने के लिए एकजुट है। वह हमें गौरवांवित करती रहें और हमारे देश को सम्मान दिलाती रहें।’’

असम एमेच्योर मुक्केबाजी महासंघ के सचिव कलिता ने इस बार लवलीना के स्वर्ण जीतने की उम्मीद जताई।

उन्होंने कहा, ‘‘पिछले छह-सात वर्षों से, तोक्यो ओलंपिक से पहले भी, उसने खुद को पूरी तरह से समर्पित किया है। वह 45 किग्रा वर्ग में काफी अच्छी स्थिति में है और मुझे विश्वास है कि वह इस बार स्वर्ण जीतेगी।’’

पेरिस ओलंपिक में असम की एकमात्र प्रतिभागी लवलीना के लिए मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के हस्ताक्षर वाला ‘गुड लक गमोसा’ भी कलिता के साथ पेरिस जाएगा।

लंदन ओलंपिक 2012 और रियो ओलंपिक 2016 में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले शिव थापा के बाद ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा करने वाली असम की दूसरी मुक्केबाज लवलीना ने तोक्यो में कांस्य पदक जीतकर ओलंपिक पदक जीतने वाली अपने राज्य की पहली खिलाड़ी बनकर इतिहास रच दिया था।

अगर लवलीना पेरिस में पदक हासिल करती हैं तो लगातार दो ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय मुक्केबाज और स्वतंत्रता के बाद के बाद पहलवान सुशील कुमार (2008 और 2012) तथा बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू (2016 और 2020) के बाद लगातार दो व्यक्तिगत ओलंपिक पदक जीतने वाली तीसरी भारतीय खिलाड़ी होंगी।  (भाषा)

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