इंदौर। कोरोना काल में जब सड़कों पर दिन में ही सन्नाटा रहता है तो रातों की कल्पना तो सहज ही की जा सकती है। इंदौर शहर के अलग-अलग इलाकों को रात के इसी सन्नाटे को दिखा रहे हैं हमारे फोटो जर्नलिस्ट धर्मेन्द्र सांगले।
वाहे गुरु दा खालसा, वाहे गुरु दी फतह : रोशनी से जगमगाता इंदौर का प्रसिद्ध गुरुद्वारा इमली साहब, जहां पास में सड़क पर लगे बेरिकेट्स बता रहे हैं कि सब कुछ बंद है।
यहां सब एक हैं : कोरोना की रात में शास्त्री ब्रिज पर सोते हुए इंसान और श्वान शायद यही संदेश दे रहे हैं कि हम में कोई भेद नहीं है। हम सभी ईश्वर की रचना हैं।