आज कार्तिक पूर्णिमा के दिन (30 नवंबर 2020) को सिख धर्म के संस्थापक गुरुनानक देव की 551वीं जयंती पारंपरिक हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। गुरुनानक देव जी की जयंती को गुरु पर्व और प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जाता है।
इस दौरान कोविड प्रोटोकॉल का भी ध्यान रखा गया। इस अवसर पर गुरुद्वारों में कीर्तन और गुरुवाणी गाई गई।
यह पर्व समाज के हर व्यक्ति को साथ में रहने, खाने और मेहनत से कमाई करने का संदेश देता है।
प्रकाश पर्व के दिन सुबह से ही गुरुद्वारों में धार्मिक अनुष्ठानों का सिलसिला शुरू हो जाता है, जो देर रात तक चलता है।
प्रकाश पर्व यानी मन की बुराइयों को दूर कर उसे सत्य, ईमानदारी और सेवाभाव से प्रकाशित करना।