दिवाली के तीसरे दिन भाईदूज अर्थात यम द्वितीया का पर्व मनाया जाता है। यह त्योहार यमराज और उनकी बहन यमुना से जुड़ा हुआ है।
ऐसी मान्यता प्रचलित है कि जो भाई आज के दिन यमुना में स्नान करके पूरी श्रद्धा से बहनों के आतिथ्य को स्वीकार करते हैं तो उन्हें तथा उनकी बहन को यम का भय नहीं रहता।
कहते हैं कि इस दिन जो भाई-बहन इस रस्म को निभाकर यमुनाजी में स्नान करते हैं, उनको यमराजजी यमलोक की यातना नहीं देते हैं।
इस दिन मृत्यु के देवता यमराज और उनकी बहन यमुना का पूजन किया जाता है।